नई दिल्ली: दिल्ली सरकार लगातार यह दावा कर रही है कि वह दिल्ली के लोगों को यातायात की सुविधाएं बेहतर देने के लिए दिल्ली की सड़कों पर नई-नई बसें यहां तक कि हाइड्रोजन बसें भी लाई है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ इन बसों का इंतजार करने वाले लोगों के लिए उन रूटों पर जहां बसें आती हैं, बस शेल्टर तक नहीं है.
वेस्ट दिल्ली के कई ऐसे इलाके हैं जहां लोग खुले आसमान के नीचे बस का इंतजार करते हैं. वहीं दूसरी तरफ हालत यह है कि कई ऐसे इलाकों में बस शेल्टर बने-बने जर्जर हालत में हो गए हैं. जो कभी भी गिर सकते हैं, लेकिन उस रूट पर बसों का आना कई सालों से बंद हो चुका है, बावजूद इसके इस तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
वेस्ट दिल्ली के कई इलाकों में है समस्या
वेस्ट दिल्ली के रघुबीर नगर, टैगोर गार्डन, सुभाष नगर, हरी नगर, मायापुरी इलाकों में कई ऐसे बस स्टॉप जो अब जर्जर हालत में है और इस रूट पर पिछले कई सालों से कोई बसें नहीं चल रही है, वहीं कई ऐसे इलाके हैं जहां बस स्टॉप बने तो हैं, बस का रूट भी है, लेकिन वह बस स्टॉप जर्जर हालत में हैं.
रजौरी गार्डन, सुभाष नगर, टैगोर गार्डन, रमेश नगर, बाली नगर सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां लोगों को आज भी खुले आसमान के नीचे बसों का इंतजार करना पड़ता है. लेकिन सालों से बनी इस समस्या की तरफ सरकार का अब तक कोई ध्यान नहीं है.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में जब तिलक नगर के आप विधायक और नवनियुक्त जिला विकास समिति, डीडीसी के चेयरमैन जरनैल सिंह से पूछा गया तो उन्होंने भरोसा दिलाया कि सारे विभागों के साथ मिलकर इस समस्या को दूर करने की कोशिश की जाएगी और जहां इस तरह की समस्या है, उसे जल्दी इन विभागों के साथ मिल बैठकर प्रयास किया जाएगा कि दूर हो.