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कोरोना महामारी के बीच मनाया गया ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे

कोरना महामारी के बीच 15 अक्टूबर को विश्वभर में 'ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे' मनाया गया. ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे का मकसद विशेष रूप से साबुन से हाथ धोने के महत्व को बढ़ावा देना है.

Global Handwashing Day during Corona epidemic
ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे
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Published : Oct 16, 2020, 5:00 PM IST

नई दिल्लीः पूरी दुनिया में 15 अक्टूबर को 'ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे' के रूप में सेलिब्रेट किया गया. ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे का मकसद विशेष रूप से साबुन से हाथ धोने के महत्व को बढ़ावा देना है. इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच इस दिन का खास महत्व बन जाता है.

विश्वभर में मनाया गया ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे

एक ओर जहां इस दिन को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है. वहीं दूसरी ओर इस दिन को विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. इसी के साथ 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में मनाया गया.

आपको बता दें कि हर साल 15 अक्तूबर को दुनियाभर में 'ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे' यानी विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस मनाया जाता है. इसे मनाने का उद्देश्य हाथों को अच्छी तरह से धोने के फायदों और महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है. कई डॉक्टर बताते हैं कि हाथ न धोने के कारण सबसे अधिक बीमारियां होती हैं.

हाथों के जरिए ही संक्रमण और बैक्टीरिया आसानी से शरीर में चले जाते हैं और बीमारियां पैदा करते हैं. ऐसे में इस बार ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे का खास महत्व दिया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार कोरोना वायरस के मद्देनजर हाथ धोने को खास महत्व दिया गया है. क्योंकि यह बीमारी भी हाथों के जरिए ही फैल रही है. ऐसे में 2020 में ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे यानी विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस खास महत्वपूर्ण हो जाता है.

विशेषज्ञों की मानें तो हाथ धोना एक दवा की तरह है.अगर आप हाथों को नहीं धोते हैं तो वायरस के संक्रमण या बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं, जिसकी वजह से आप बीमार पड़ सकते हैं और दवाओं की जरूरत पड़ सकती है. लेकिन अगर आप हमेशा हाथ धोते रहेंगे तो आप बीमार नहीं पड़ेंगे और दवा की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों की मानें तो हाथ साफ करने के लिए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोने चाहिए और उसके बाद एक साफ कपड़े से हाथों को पोंछ लेना चाहिए. इससे हाथों के जरिए फैलने वाली बीमारियों का खतरा लगभग न के बराबर हो जाता है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच विशेषज्ञों द्वारा बार-बार कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने के लिए जोर दिया गया है. चिकित्सकों का मानना है कि आपको दिन में 5 से 10 बार हाथ धुलना चाहिए क्योंकि कीटाणु हर समय आपके इर्द-गिर्द रहते हैं.

कोरोना से बचाव के लिए जरूरी

बहरहाल जब से कोरोना वायरस का खतरा पूरी दुनिया में बढ़ गया है, उसके बाद से लोगों को अपने हाथों की साफ रखने का महत्व समझ आ रहा है. कोरोना से बचाव के लिए हाथ धोना कितना जरूरी है, ये सभी जान चुके हैं. कोई हैंड सैनिटाइजर से हाथ स्वच्छ रख रहा है, तो कोई साबुन को हाथ साफ करने के लिए बेहतर बता रहा. हाथ धोने से ना सिर्फ आप कोरोना से संक्रमित होने से बच सकते हैं, बल्कि कई तरह के रोगों से भी बचाव होता है. लिहाजा बच्चों के लिए सबसे जरूरी हो जाता है कि कोरोना काल के बीच उन्हें हैंड वॉशिंग के महत्व को पेरेंट्स या घर के बाकी सदस्य बताएं.

नई दिल्लीः पूरी दुनिया में 15 अक्टूबर को 'ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे' के रूप में सेलिब्रेट किया गया. ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे का मकसद विशेष रूप से साबुन से हाथ धोने के महत्व को बढ़ावा देना है. इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच इस दिन का खास महत्व बन जाता है.

विश्वभर में मनाया गया ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे

एक ओर जहां इस दिन को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है. वहीं दूसरी ओर इस दिन को विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. इसी के साथ 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में मनाया गया.

आपको बता दें कि हर साल 15 अक्तूबर को दुनियाभर में 'ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे' यानी विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस मनाया जाता है. इसे मनाने का उद्देश्य हाथों को अच्छी तरह से धोने के फायदों और महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है. कई डॉक्टर बताते हैं कि हाथ न धोने के कारण सबसे अधिक बीमारियां होती हैं.

हाथों के जरिए ही संक्रमण और बैक्टीरिया आसानी से शरीर में चले जाते हैं और बीमारियां पैदा करते हैं. ऐसे में इस बार ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे का खास महत्व दिया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार कोरोना वायरस के मद्देनजर हाथ धोने को खास महत्व दिया गया है. क्योंकि यह बीमारी भी हाथों के जरिए ही फैल रही है. ऐसे में 2020 में ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे यानी विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस खास महत्वपूर्ण हो जाता है.

विशेषज्ञों की मानें तो हाथ धोना एक दवा की तरह है.अगर आप हाथों को नहीं धोते हैं तो वायरस के संक्रमण या बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं, जिसकी वजह से आप बीमार पड़ सकते हैं और दवाओं की जरूरत पड़ सकती है. लेकिन अगर आप हमेशा हाथ धोते रहेंगे तो आप बीमार नहीं पड़ेंगे और दवा की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों की मानें तो हाथ साफ करने के लिए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोने चाहिए और उसके बाद एक साफ कपड़े से हाथों को पोंछ लेना चाहिए. इससे हाथों के जरिए फैलने वाली बीमारियों का खतरा लगभग न के बराबर हो जाता है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच विशेषज्ञों द्वारा बार-बार कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने के लिए जोर दिया गया है. चिकित्सकों का मानना है कि आपको दिन में 5 से 10 बार हाथ धुलना चाहिए क्योंकि कीटाणु हर समय आपके इर्द-गिर्द रहते हैं.

कोरोना से बचाव के लिए जरूरी

बहरहाल जब से कोरोना वायरस का खतरा पूरी दुनिया में बढ़ गया है, उसके बाद से लोगों को अपने हाथों की साफ रखने का महत्व समझ आ रहा है. कोरोना से बचाव के लिए हाथ धोना कितना जरूरी है, ये सभी जान चुके हैं. कोई हैंड सैनिटाइजर से हाथ स्वच्छ रख रहा है, तो कोई साबुन को हाथ साफ करने के लिए बेहतर बता रहा. हाथ धोने से ना सिर्फ आप कोरोना से संक्रमित होने से बच सकते हैं, बल्कि कई तरह के रोगों से भी बचाव होता है. लिहाजा बच्चों के लिए सबसे जरूरी हो जाता है कि कोरोना काल के बीच उन्हें हैंड वॉशिंग के महत्व को पेरेंट्स या घर के बाकी सदस्य बताएं.

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