नई दिल्ली: कोरोना काल मे जिन डॉक्टरों ने लोगों की जान बचाई और आज तक कोरोना वायरस से लोगों की जान बचा रहे हैं, आज वही डॉक्टर परेशान हैं. क्योंकि एमसीडी डॉक्टरों को वेतन नहीं दे रही है. जिसके विरोध में डॉक्टर्स लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम के अस्पताल के डॉक्टर 5 महीने से वेतन नहीं मिलने से परेशान है. जिसके कारण डॉक्टरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार ने कोरोना काल के इन योद्धाओं के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे. यहां तक कि दिल्ली सरकार ने डॉक्टरों के लिए एक करोड़ का मुआवजा भी देने का वादा किया था. लेकिन 4 महीने से इन कोरोना योद्धाओं को वेतन भी नही मिल रहा है. जिसको लेकर डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उनके साथ ऐसा क्यो किया जा रहा है. हम लोगो को अपने घर का गुजारा भी करना मुश्किल हो रहा है. इस लिए सभी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं सभी को सरकार से उम्मीद है कि वेतन मिल जाए.
प्राइवेट हॉस्पिटल में जॉब करना बेहतर
डॉक्टरों की माने तो बहुत से डॉक्टर वेतन के चलते प्राइवेट हॉस्पिटल में जॉब करते है. लेकिन सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों को 5 महीने में से एक महीने के वेतन मिला है. लेकिन एक महीने के वेतन को घर भेजे या रूम का किराया दे, उनको समझ नहीं आ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली नगर निगम के सभी डॉक्टर एमसीडी के अंतर्गत आते हैं, फिर दिल्ली सरकार के नाम से उनको क्यों टाला जा रहा है.
जल्द दे दी जाएगी सैलरी: मेयर
वहीं जब उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश का कहना है कि हम ने डॉक्टरों से बात की है. हम ने 60 दिन का समय लिया है, जिसमें 17 दिन बीत चुके हैं. हमने एक महीने का वेतन डॉक्टरों को रिलीज किया है. बाकी के महीनों की तनख्वाह भी जल्द मिल जाएगी, लेकिन वहीं डॉक्टरों का कहना है कि हमारे 3 महीने का नहीं, बल्कि 4 महीने की सैलरी बाकी है. वही सूत्रों से पता चला कि एमसीडी के हॉस्पिटल में अलग-अलग विभाग में किसी के 6 महीने किसी के 5 और किसी के 4 महीने से सैलरी नहीं मिली है.