नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के रनहोला विकास नगर इलाके में बिजली की हाईटेंशन तारों की चपेट में आने से तीन बच्चे बुरे तरीके से झुलस गए.
छत पर खेलते वक्त हुआ हादसा
ये दुर्घटना उस वक्त हुई जब ये तीनों बच्चे घर की छत पर खेल रहे थे. वहीं दुर्घटना के बाद तीनों बच्चों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां इनका इलाज चल रहा है. इन तीनो बच्चों मे से एक बच्चा लगभग 60 प्रतिशत झुलस चुका है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
लोहे के इंची टेप से हुई ये बड़ी दुर्घटना
पीड़ित परिवार के मुताबिक घर की छत के पास से बिजली की हाईटेंशन तारें जा रही है. जिससे ये बड़ा हादसा हुआ है. वहीं ये तीनो बच्चे घर की छत पर थे. तीनों बच्चों की उम्र लगभग 10, 7,और 6 साल है. ये तीनो बच्चे घर की छत पर खेल रहे थे. इन बच्चों के पास लोहे का इंची टेप था जिससे ये बच्चे खेलते हुए सामान को नाप रहे थे . जिससे ये बड़ी दुर्घटना हो गई.
बच्चों के शरीर और कपड़ो में लगी आग
लगभग 10 साल के बच्चे ने लोहे के इंची टेप को पूरा खोल दिया और उससे वे घर के ऊपर से जा रही हाईटेंशन की तारों की ऊंचाई नापने लगा. जहां इंची टेप तारों के संपर्क में आया और तुरंत तीनों बच्चों के शरीर में आग लग गई. साथ ही घर के सारे बिजली की तारों में भी आग लग गई. जिसके बाद घर के लोग छत की तरफ दौड़े. जहां छत पर तीनों बच्चों के कपड़ों में आग लगी हुई थी.
दुर्घटना के बाद घर वालों ने तुरंत घायल बच्चों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां अभी इन बच्चों का इलाज जारी है. 10 साल का बच्चा लगभग 60 प्रतिशत जल चुका है जब की अन्य दोनों बच्चे 10 प्रतिशत और 15 प्रतिशत झुलस गए है. 10 साल के बच्चे की हालत चिंता जनक बनी हुई है.
सरकार की नहीं टूट रही नींद, नहीं लागू हुई कोई योजना
राजधानी दिल्ली में बिजली की हाईटेंशन तारों से ये पहली घटना नहीं हुई है बल्कि इससे पहले भी सैकड़ों घटनाएं हो चुकी है. इन हादसों में मासूमों ने अपनी जान तक गवाई. लेकिन इसके बावजूद भी दिल्ली सरकार की वे योजना आजतक नहीं लाई गई जिसमे इन हाईटेंशन तारों को अंडरग्राउंड किया जाना था. जिसके लिए पुरानी कांग्रेस सरकार और मौजूदा आप पार्टी सरकार ने भी कई घोषणाएं और वादे किए थे लेकिन आजतक सरकारें गहरी नीदों में सोइ हुई है और सैकड़ों हादसों के बाद भी सरकार की नींदे नहीं टूट रही है.