नई दिल्लीः पश्चिमी जिला पुलिस के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम ने अंतरराज्यीय ऑटो लिफ्टर गिरोह का भंडाफोड़ (Interstate auto lifter gang busted) करते हुए दो शातिर ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है और इनके कब्जे से 9 कार बरामद की गई है. आरोपी की पहचान यूपी के मुरादाबाद निवासी जावेद और संभल निवासी सिकंदर रहमान के तौर पर हुई है. जावेद पर पहले से ही 16 मुकदमे दर्ज हैं.
वेस्ट जिले के डीसीपी घनश्याम बंसल से मिली जानकारी के अनुसार एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि अंतरराज्यीय गिरोह का ऑटो लिफ्टर गाड़ी बेचने के लिए ईएसआई हॉस्पिटल के पास आने वाला है. इस जानकारी के मिलने के बाद एसीपी ऑपरेशन सेल अरविंद कुमार के निर्देशन में एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड के इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में एसआई मोहित मलिक, एसआई शौकत अली, एसआई रामेश्वर, हेड कांस्टेबल योगेश कुमार, हेड कांस्टेबल नाहर सिंह और कांस्टेबल कालूराम की एक टीम बनाई गई.
टीम ने इन्फॉर्मर द्वारा बताई जगह पर जाल बिछाया. उस दौरान नीले कलर की बलेनो कार जिस पर नंबर प्लेट नहीं था, राजौरी गार्डन की तरफ से आई और इन्फॉर्मर ने बलेनो के ड्राइवर की पहचान जावेद के रूप में बताई. इस बीच एक और आरोपी जो गाड़ी खरीदने वाला था, आकर ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठ गया. इसके फौरन बाद एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम ने धावा बोलकर उसे पकड़ लिया.
उधर, द्वारका जिला पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल ने ऑटो लिफ्टिंग गैंग के एक बड़े मामले का खुलासा किया है. इसमें पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी की तीन मोटरसाइकिल, दो स्कूटी, 70 बाइक के टायर, 22 बाइक के चेचिस, 142 शौकर, 20 फ्यूल टैंक, बैटरी, चैन कवर के अलावा 59 बाइक और गाड़ियों के नंबर प्लेट बरामद किए गए हैं. इनकी गिरफ्तारी से 83 मामलों का खुलासा पुलिस ने किया है.
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हेमंत कुमार गुप्ता, गौहर अली उर्फ मुकद्दर, अंकुर शर्मा, सतवीर सिंह, सूरज कुमार और पवन कुमार के रूप में हुई है. यह सभी मोहन गार्डन, बापरोला, विजय एनक्लेव और पालम के रहने वाले हैं. पुलिस के अनुसार, द्वारका और वेस्ट दिल्ली के कई इलाकों में हो रही ऑटो लिफ्टिंग की वारदात को सुलझाने के लिए एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज सुभाष चंद, हेड कांस्टेबल दिनेश, सुशील, कुलदीप, अश्विनी आदि की टीम को लगाया गया था. इस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इस बड़े मामले का खुलासा करने में कामयाबी पाई है.
द्वारका जिले के डाबड़ी थाने की पुलिस टीम ने दो ऐसे ऑटो लिफ्टरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा रखी थी. इन मामलों में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, संजय और आकाश के रूप में हुई है. ये सीतापुरी पार्ट एक और पालम इलाके के रहने वाले हैं. इनके कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी बरामद की गई है.
डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार, जिले की पुलिस लगातार इलाके में पेट्रोलिंग कर संदिग्धों की जांच और सूत्रों को सक्रिय कर स्ट्रीट क्राइम में लिप्त बदमाशों के बारे में जानकरियों को विकसित कर उनकी पकड़ के लिए प्रयासरत रहती है. इसी कड़ी में एसीपी डाबड़ी अनिल दुरेजा और एसएचओ धनंजय प्रताप सिंह की देखरेख में एएसआई धर्मेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और अन्य की टीम इलाके में पेट्रोलिंग कर संदिग्धों की जांच में जुटे हुए थे. इसी दौरान पुलिस टीम को दो वाहन चोरों के मूवमेंट की सूचना मिली थी. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम पावर हाउस और जेजे कॉलोनी के पास पहुंची और ट्रैप लगा कर बदमाशों का इंतजार करने लगी.
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थोड़ी देर बाद मोटरसाइकिल और स्कूटी पर सवार दो संदिग्धों पर पुलिस की नजर पड़ी, तो पुलिस को देखते ही दोनों भागने की कोशिश करने लगे. लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने दोनों संदिग्धों को दबोच लिया. पूछताछ में उनकी पहचान हुई. जांच में मोटरसाइकिल और स्कूटी के डाबड़ी और सराय रोहिल्ला थाना इलाके से चोरी का पता चला, जिसे जब्त कर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया.