नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री कमलनाथ के इमरती देवी पर की गई टिप्पणी के विरोध में अब बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा भी आ गया है. मोर्चा के अध्यक्ष भूपेंद्र गोठवाल के नेतृत्व में अनुसूचित जाति आयोग के सचिव को एक ज्ञापन सौंपा गया. इसमें कहा गया है कि कमलनाथ जैसे नेता द्वारा दिया गया यह बयान सिर्फ इमरती देवी का अपमान नहीं, बल्कि संपूर्ण अनुसूचित जाति का अपमान है.
'संपूर्ण अनुसूचित जाति का अपमान'
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भूपेंद्र गोठवाल की अगुवाई में अनुसूचित जाति आयोग को एक ज्ञापन दिया गया. यह ज्ञापन आयोग के सचिव को दिया गया, जिसमें कहा गया है की कमलनाथ द्वारा दिए गए यह बयान काफी निंदनीय है. वह कई संवैधानिक पदों पर रह चुके हैं और ऐसे में उनका यह बयान शर्मनाक है. गोठवाल ने कहा की कमलनाथ का यह बयान सिर्फ इमरती देवी का अपमान नहीं, बल्कि संपूर्ण अनुसूचित जाति का अपमान है. इसके लिए उन्हें माफी भी मांगनी चाहिए.
'बयान पूरे कांग्रेस पार्टी के लिए शर्मनाक'
उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने अपनी मर्यादाओं का उल्लंघन किया है और एक स्त्री को अपमानजनक शब्द कहे, जो एक दंडनीय अपराध है. गोठवाल ने यह भी कहा कि कमलनाथ के इस बयान से साफ हो गया की कमलनाथ के मन में महिलाओं के प्रति क्या भावना है और इसको लेकर अनुसूचित जाति वर्ग में भारी गुस्सा है. उन्होंने कहा एक तरफ देश में महिलाओं की शिक्षा सुरक्षा और उन को आगे बढ़ाने के लिए लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं ला रहे हैं, जिससे महिलाएं सशक्त बने, लेकिन कमलनाथ का यह बयान पूरे कांग्रेस पार्टी के लिए शर्मनाक है.
बड़ी लापरवाही की चेतावनी
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने आयोग से कांग्रेस नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जीएल कंडेरा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी श्यामलाल मोरवाल दिल्ली प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के मनोज चंदेल दौलतराम विजय बेरवा भी रहे.