नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटरों के नाम जोड़ने और हटाने के मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त को एक और पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए तत्काल मुलाकात का समय मांगा है. उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर मुख्य चुनाव आयुक्त उनसे मिलने का समय देने में क्यों हिचक रहे हैं.
मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्होंने 5 जनवरी 2025 को इसी मुद्दे पर एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मिलकर इस मामले पर चर्चा करने का अनुरोध किया था. हालांकि, उनके पत्र के जवाब में उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी, ललित मित्तल ने सूचित किया कि इस मामले की जांच की जा रही है.
निष्पक्ष चुनाव के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण: मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह मामला स्थानीय मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दायरे से बाहर है, और इसे चुनाव आयोग के शीर्ष स्तर पर प्राथमिकता से लिया जाना चाहिए. चुनाव में अब केवल 27 दिन बचे हैं और यह मुद्दा फ्री और निष्पक्ष चुनाव के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
“दिल्ली इस समय चुनाव में जाने वाला एकमात्र राज्य है, और इस चुनाव पर पूरे देश और मीडिया की नजरें टिकी होंगी. ऐसे में चुनाव आयोग का दायित्व है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे. मैं आपसे फिर से अनुरोध करती हूं कि कृपया मुझे जल्द से जल्द मिलने का समय दें.” -आतिशी, मुख्यमंत्री, दिल्ली
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय का जवाब: मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने अपने जवाब में कहा है कि मुख्यमंत्री के 5 जनवरी के पत्र में उठाए गए मुद्दों की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी कार्रवाई चुनाव आयोग की कानूनी प्रावधानों और दिशा-निर्देशों के अनुसार की जाएगी. डिप्टी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ललित मित्तल ने मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित किया कि मामले की जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री @AtishiAAP जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट काटने और जोड़ने के मुद्दे को लेकर एक और चिट्ठी लिखी।
— AAP (@AamAadmiParty) January 8, 2025
मुख्यमंत्री आतिशी जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से तत्काल मुलाकात का समय मांगते हुए सवाल उठाया:👇⁰
🔹आखिर आपको मिलने का समय देने में ऐतराज क्यों… pic.twitter.com/RmybrXdcvt
राजनीतिक सरगर्मी तेज: दिल्ली विधानसभा चुनाव के करीब आते ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री आतिशी का यह कदम चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को हल करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि दिल्ली के मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में भाग लेने का अवसर मिले.
चुनाव आयोग की जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में यह भी कहा कि दिल्ली चुनाव पर पूरे देश की नजर है. ऐसे में चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह हर मुद्दे को गंभीरता से ले, और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, और मतगणना 8 फरवरी को होगी. मुख्यमंत्री के इस कदम ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग को और मजबूत कर दिया है.
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