नई दिल्ली: राजधानी में चलने वाले सभी ऑटो-रिक्शा को सरकार के जरिये सैनिटाइज किया जा रहा है. जहां इन ऑटो को सैनिटाइज करने का जिम्मा डीटीसी बस डिपो के कर्मचारी और अधिकारियों को दिया गया है. ऐसे में पश्चिमी दिल्ली के केशोपुर डीटीसी बस डिपो पर इन ऑटो रिक्शा को सैनिटाइज किया जा रहा है. जिसके लिए कई घंटों तक यहां ऑटो-रिक्शा चालक लाइन में खड़े होकर ऑटो रिक्शा को सैनिटाइज करवा रहे हैं.
कतारों में खड़े हो रहे सैकड़ों ऑटो रिक्शा
केशोपुर बस डिपो के पास अपने ऑटो को सैनिटाइज कराने के लिए आने वाले ऑटो ड्राइवरों का कहना है कि यहां पर ऑटो रिक्शा को सैनिटाइज कराने के लिए उन्हें कई घंटों तक खड़े रहना पड़ता है. जहां सैकड़ों की संख्या में ऑटो रिक्शा लाइन में खड़े रहते हैं और ऑटो चालक परेशान होते रहते हैं. कई घंटों बाद जब उनका नंबर आता है तब वह ऑटो को सैनिटाइज करवा पाते हैं.
सीएनजी पम्पों पर होनी चाहिए यह व्यवस्था
ऑटो चालकों का कहना है कि सैनिटाइज कराने के लिए उनका जो समय खराब होता है, उससे उनके रोजगार पर भी काफी फर्क पड़ रहा है. जिसके लिए वह आधे दिन तक लाइनों में खड़े रहते हैं और आधे दिनों बाद ही उन्हें कामकाज पर जाने का मौका मिलता है. ऐसे में सभी ऑटो चालकों का कहना है कि सीएनजी पम्पों पर ऑटो को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जानी चाहिए. जिससे सीएनजी भरवाते समय ही ऑटो रिक्शों को सैनिटाइज किया जा सके, जिससे समय की बचत हो और ऑटो चालकों का नुकसान भी ना हो.
तीन हजार रुपये का है जुर्माना
वहीं ऑटो चालकों का कहना है कि अगर उनके ऑटो सैनिटाइज नहीं होंगे और उनके पास सर्टिफिकेट नहीं होगा तो उन पर तीन हजार रुपये का जुर्माना लगेगा. वहीं ऑटो चालकों का यह भी कहना है कि यह सर्टिफिकेट महज 24 घंटे का दिया जा रहा है. ऐसे में रोज वह कई घंटों तक लाइन में लगकर इसी तरह से अपने ऑटो को सैनिटाइज करा रहे हैं. जिससे उनका कामकाज ठप हो रहा है और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.