नई दिल्ली: एक तरफ राजधानी में प्रदूषण का स्तर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ इसे रोकने के लिए एजेंसियों की जो सतर्कता दिखनी चाहिए वह दिख नहीं रही नांगल इलाके के पार्कों में कूड़ों और पेड़ों की टहनियों को काटकर आग लगाया जा रहा है लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है.
पार्क में जलाया कूड़ा, एजेंसी लापरवाह
राजधानी के अलग-अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है और दिल्ली सरकार हो या एमसीडी लगातार इस बात के दावे कर रही है कि वह प्रदूषण को रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं और लगातार नए उपाय पर भी गौर किया जा रहा है. लेकिन नांगल राया इलाके में एमसीडी के पार्कों में किस तरह से कूूूेड़ और पेड़ों की टहनियों को तोड़कर कोई आग लगा रहा, इसे देखने वाला कोई नहीं है. जले हुए कूड़े, पत्ते और पेड़ों की टहनियां इस बात का गवाह हैं कि देर रात किसी ने आग लगा दी होगी.
होगी नहीं सख्ती तो कैसे रुकेगा प्रदूषण
सवाल यह उठता है कि इस तरह से सिर्फ बातों बातों में क्या प्रदूषण रुक पाएगा या इसके लिए एक तरफ जो सरकार और एजेंसियां इसे रोकने के दावे कर रही हैं. इस तरह के हालात में कैसे रुकेगा क्योंकि अगर वाकई प्रदूषण को रोकना है तो सभी एजेंसियों को ईमानदारी और गंभीरता से अपनी ड्यूटी निभानी होगी.