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BSF ने पेश की जीवन पर्यन्त कर्तव्य की मिसाल, गर्भवती महिला को पहुंचाया अस्पताल

BSF के जवानों ने पेश की जीवन पर्यन्त कर्तव्य की मिसाल. सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ (BSF) ने प्रसव पीड़ा (Labor Pain) से तड़प रही पीपुल बेरिया गांव की एक महिला को अस्पताल पहुंचाया. सीमा चौकी महेंद्रा के चौकी प्रभारी को ये खबर मिली थी कि गांव पीपुल बेरिया की निवासी महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है.

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Published : Jul 7, 2021, 4:13 PM IST

woman suffering from labor pain was brought to the hospital by BSF
बीएसएफ

नई दिल्ली : बीएसएफ (BSF) के जवानों ने सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा के साथ सहयोग की भावना का परिचय देते हुए प्रसव पीड़ा (Labor Pain) से तड़प रही महिला को अस्पताल पहुंचाया. दिल्ली से BSF के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि 6 जुलाई को 8वीं वाहिनी की सीमा चौकी महेंद्रा के चौकी प्रभारी को सूचना मिली कि पीपुल बेरिया गांव की एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है.

महिला के घर में कोई अन्य पुरुष सदस्य भी उपस्थित नहीं है, जिसके उपरांत सीमा चौकी प्रभारी ने बिना देरी किए BSF के वाहन को नर्सिंग सहायक तथा महिला प्रहरी के साथ उस महिला के घर भेजा. वहां से गर्भवती महिला को उसकी मां और एक अन्य महिला के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले कर गए, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने तुरंत प्राथमिक जांच की और उसके बाद उसे भर्ती कर लिया.

गर्भवती महिला को पहुंचाया अस्पताल

ये भी पढ़ें-BSF ने कोविड केयर सेंटर में बढ़ाये 20 ऑक्सीजन बेड

गर्भवती महिला की मां ने BSF के जवानों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि बीएसएफ सदैव जरूरतमंद लोगों की सहायता करती है.


ये भी पढ़ें-बीएसएफ ने दिल्ली कोविड सुविधा में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 20 बेड और जोड़े

बीएसएफ (BSF) 8 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर बी मधुसूदन राव ने बताया कि BSF के जवान आंधी-तूफान हो या दिन-रात, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हमेशा डटकर ड्यूटी करती है. इसके साथ ही सीमा पर रहने वाले लोगों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहती है. इसी के चलते सीमा सुरक्षा बल और सीमावासियों के बीच आपसी सम्बन्ध सहयोग हमेशा बने रहते हैं.

ये भी पढ़ें-जानें कोरोना संकट में कैसे खुद को सुरक्षित रख रहे बीएसएफ के जवान

नई दिल्ली : बीएसएफ (BSF) के जवानों ने सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा के साथ सहयोग की भावना का परिचय देते हुए प्रसव पीड़ा (Labor Pain) से तड़प रही महिला को अस्पताल पहुंचाया. दिल्ली से BSF के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि 6 जुलाई को 8वीं वाहिनी की सीमा चौकी महेंद्रा के चौकी प्रभारी को सूचना मिली कि पीपुल बेरिया गांव की एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है.

महिला के घर में कोई अन्य पुरुष सदस्य भी उपस्थित नहीं है, जिसके उपरांत सीमा चौकी प्रभारी ने बिना देरी किए BSF के वाहन को नर्सिंग सहायक तथा महिला प्रहरी के साथ उस महिला के घर भेजा. वहां से गर्भवती महिला को उसकी मां और एक अन्य महिला के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले कर गए, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने तुरंत प्राथमिक जांच की और उसके बाद उसे भर्ती कर लिया.

गर्भवती महिला को पहुंचाया अस्पताल

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गर्भवती महिला की मां ने BSF के जवानों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि बीएसएफ सदैव जरूरतमंद लोगों की सहायता करती है.


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बीएसएफ (BSF) 8 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर बी मधुसूदन राव ने बताया कि BSF के जवान आंधी-तूफान हो या दिन-रात, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हमेशा डटकर ड्यूटी करती है. इसके साथ ही सीमा पर रहने वाले लोगों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहती है. इसी के चलते सीमा सुरक्षा बल और सीमावासियों के बीच आपसी सम्बन्ध सहयोग हमेशा बने रहते हैं.

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