नई दिल्ली: दिल्ली के रणहौला थाना इलाके में कमांडर अस्पताल के वॉटर टैंक में तीन लोगों की मौत हो गई थी. शनिवार को शवों का पोस्टमार्टम दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कर उनके परिवारों को शव सौंपा जाएगा. मृतकों में दो प्लंबर थे जो बाप-बेटे थे. इस घटना के बाद मृतक की पत्नी ने कहा कि उसका सुहाग भी चला गया और बुढ़ापे का सहारा भी. मृतक का परिवार महारानी एंक्लेव, हस्तसाल गांव में रहता था.
मृतक कंवरपाल की पत्नी राजकुमारी ने पुलिस पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उसे पति और बेटे का चेहरा क्यों नहीं दिखाया गया. उसने कहा कि पति, बेटे रमन को यह कहकर ले गए थे कि अस्पताल की पूरी फिटिंग करनी है और बेटा भी साथ रहेगा तो काम जल्द ही पूरा हो जाएगा. लेकिन उसे नहीं पता था कि वे दोनों अब कभी नहीं लौटेंगे.
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उसकी पत्नी ने यह भी बताया कि अस्पताल जाने के बाद घंटों तक उसे ठीक से कुछ भी नहीं बताया गया और न ही पति व बेटे से मिलने दिया गया. उसने लोगों से कई बार इसके लिए विनती भी की, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी. डीसीपी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा. वहीं हादसे में 59 साल के इलेक्ट्रिशियन सर्वेश की भी मौत हुई है जो परिवार के साथ ए-9, राज एवेन्यू सोसाइटी, डीएलएफ एक्सटेंशन-2 साहिबाबाद, गाजियाबाद में रहता था. फिलहाल पुलिस ने हादसे वाली जगह को सील कर दिया है.
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