ETV Bharat / state

JNU में शरजील की रिहाई की मांग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन, बताया निर्दोष

जेएनयू में प्रदर्शनक कर रहे छात्रों का कहना है कि शरजील एक इंटेलिजेंट छात्र है. जिस तरह से सरकार उस पर सवाल उठा रही है. ये अपने आप में शर्मनाक है. आपकों बता दें कि जेएनयू में छात्र शरजील इमाम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.

Students protest in JNU demanding Sharjeel release
जेएनयू में शरजील की रिहाई की मांग
author img

By

Published : Feb 2, 2020, 10:26 PM IST

Updated : Feb 2, 2020, 11:10 PM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने शरजील इमाम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने शरजील इमाम को निर्दोष और उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. साथ ही शरजील को सरकार से जल्द रिहा करने की मांग की.

JNU में शरजील की रिहाई की मांग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन

जेएनयू में छात्रों ने शरजील का समर्थन किया

वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस मौके पर जेएनयू छात्रसंघ के रवैया पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब इस समय जेएनयू का एक छात्र मुसीबत में है, तो छात्रसंघ का उसके साथ ना खड़ा होना दुर्भाग्यपूर्ण है और वो शाहीन बाग चलो का आवाहन करते हैं, जोकि निंदनीय है.

'शरजील पर लगे इलजाम बेबुनियाद'

छात्रा ने कहा कि जब पुलिस ने शरजील को हिरासत में लिया था. तब भी छात्रसंघ कुछ बोलने से बच रहा था, लेकिन जब शिक्षक संघ उसके पक्ष में आया, तो उन्हें भी मजबूरन बोलना पड़ा. इसके अलावा कहां की शरजील इमाम ने कुछ भी ऐसा गलत नहीं बोला है. जो सरकार ने इमाम को देशद्रोह का केस लगाया है और हिरासत में ले लिया है.
वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि रोड जाम करना अगर कहना देशद्रोह है, तो सरकार ने खुद जो गलती की है, वो क्या था. इसके अलावा कहा कि शरजील एक इंटेलिजेंट छात्र है. जिस तरह से सरकार उस पर सवाल उठा रही है. ये अपने आप में शर्मनाक है.

'अपने खुद के नेताओं पर नहीं करते कार्रवाई'

साथ ही कहा कि 2016 में इसी सरकार ने कन्हैया और अन्य छात्रों को देशद्रोह के नाम पर हिरासत में ले लिया था. अब जब दिल्ली में चुनाव है, तो कुछ वही हथकंडा एक बार फिर ये सरकार अपना रही है. लेकिन जब इनके खुद के नेता आपत्तिजनक बयानबाजी देते हैं, तो वो उस पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं.

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने शरजील इमाम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने शरजील इमाम को निर्दोष और उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. साथ ही शरजील को सरकार से जल्द रिहा करने की मांग की.

JNU में शरजील की रिहाई की मांग को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन

जेएनयू में छात्रों ने शरजील का समर्थन किया

वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस मौके पर जेएनयू छात्रसंघ के रवैया पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब इस समय जेएनयू का एक छात्र मुसीबत में है, तो छात्रसंघ का उसके साथ ना खड़ा होना दुर्भाग्यपूर्ण है और वो शाहीन बाग चलो का आवाहन करते हैं, जोकि निंदनीय है.

'शरजील पर लगे इलजाम बेबुनियाद'

छात्रा ने कहा कि जब पुलिस ने शरजील को हिरासत में लिया था. तब भी छात्रसंघ कुछ बोलने से बच रहा था, लेकिन जब शिक्षक संघ उसके पक्ष में आया, तो उन्हें भी मजबूरन बोलना पड़ा. इसके अलावा कहां की शरजील इमाम ने कुछ भी ऐसा गलत नहीं बोला है. जो सरकार ने इमाम को देशद्रोह का केस लगाया है और हिरासत में ले लिया है.
वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि रोड जाम करना अगर कहना देशद्रोह है, तो सरकार ने खुद जो गलती की है, वो क्या था. इसके अलावा कहा कि शरजील एक इंटेलिजेंट छात्र है. जिस तरह से सरकार उस पर सवाल उठा रही है. ये अपने आप में शर्मनाक है.

'अपने खुद के नेताओं पर नहीं करते कार्रवाई'

साथ ही कहा कि 2016 में इसी सरकार ने कन्हैया और अन्य छात्रों को देशद्रोह के नाम पर हिरासत में ले लिया था. अब जब दिल्ली में चुनाव है, तो कुछ वही हथकंडा एक बार फिर ये सरकार अपना रही है. लेकिन जब इनके खुद के नेता आपत्तिजनक बयानबाजी देते हैं, तो वो उस पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं.

Intro:नई दिल्ली

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने शरजील इमाम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने शरजील इमाम को निर्दोष और उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. साथ ही शरजील को सरकार से जल्द रिहा करने की मांग की.


Body:वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस मौके पर जेएनयू छात्रसंघ के रवैया पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब इस समय जेएनयू का एक छात्र मुसीबत में है तो छात्र संघ का उसके साथ ना खड़ा होना एक दुर्भाग्यपूर्ण है और वह शाहीन बाग चलो का आवाहन करते हैं जोकि निंदनीय है. छात्रा ने कहा कि जब पुलिस ने शरजील को हिरासत में लिया था तब भी छात्रसंघ कुछ बोलने से बच रहा था लेकिन जब शिक्षक संघ उसके पक्ष में आया तो उन्हें भी मजबूरन बोलना पड़ा. इसके अलावा कहां की शरजील इमाम ने कुछ भी ऐसा गलत नहीं बोला है जो सरकार ने इमाम को देशद्रोह का केस लगाया है और हिरासत में ले लिया है.




Conclusion:वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि रोड जाम करना अगर कहना देशद्रोह है तो सरकार ने खुद जो गलती की है वह है क्या था. इसके अलावा कहा कि शरजील एक इंटेलिजेंट छात्र है जिस तरह से सरकार उस पर सवाल उठा रही है यह अपने आप में शर्मनाक है. साथ ही कहा कि 2016 में इसी सरकार ने कन्हैया और अन्य छात्रों को देशद्रोह के नाम पर हिरासत में ले लिया था अब जब दिल्ली में चुनाव है तो कुछ वही हथकंडा एक बार फिर यह सरकार अपना रही है. लेकिन जब इनके खुद के नेता आपत्तिजनक बयानबाजी देते हैं तो वह उस पर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं.
Last Updated : Feb 2, 2020, 11:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.