नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने शरजील इमाम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने शरजील इमाम को निर्दोष और उन पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. साथ ही शरजील को सरकार से जल्द रिहा करने की मांग की.
जेएनयू में छात्रों ने शरजील का समर्थन किया
वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस मौके पर जेएनयू छात्रसंघ के रवैया पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब इस समय जेएनयू का एक छात्र मुसीबत में है, तो छात्रसंघ का उसके साथ ना खड़ा होना दुर्भाग्यपूर्ण है और वो शाहीन बाग चलो का आवाहन करते हैं, जोकि निंदनीय है.
'शरजील पर लगे इलजाम बेबुनियाद'
छात्रा ने कहा कि जब पुलिस ने शरजील को हिरासत में लिया था. तब भी छात्रसंघ कुछ बोलने से बच रहा था, लेकिन जब शिक्षक संघ उसके पक्ष में आया, तो उन्हें भी मजबूरन बोलना पड़ा. इसके अलावा कहां की शरजील इमाम ने कुछ भी ऐसा गलत नहीं बोला है. जो सरकार ने इमाम को देशद्रोह का केस लगाया है और हिरासत में ले लिया है.
वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि रोड जाम करना अगर कहना देशद्रोह है, तो सरकार ने खुद जो गलती की है, वो क्या था. इसके अलावा कहा कि शरजील एक इंटेलिजेंट छात्र है. जिस तरह से सरकार उस पर सवाल उठा रही है. ये अपने आप में शर्मनाक है.
'अपने खुद के नेताओं पर नहीं करते कार्रवाई'
साथ ही कहा कि 2016 में इसी सरकार ने कन्हैया और अन्य छात्रों को देशद्रोह के नाम पर हिरासत में ले लिया था. अब जब दिल्ली में चुनाव है, तो कुछ वही हथकंडा एक बार फिर ये सरकार अपना रही है. लेकिन जब इनके खुद के नेता आपत्तिजनक बयानबाजी देते हैं, तो वो उस पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं.