नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन बढ़ाने की बात चल रही है और कोरोना के खतरे के मद्देनजर सरकारें सोशल डिस्टेंसिंग की अपील कर रही हैं. 21 दिन के इस लॉकडाउन के दौरान कुछ लोग खाने को लेकर खासी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ हाल दिल्ली के लाडो सराय में देखने को मिला.
राजधानी में दस लाख लोगों को खाना देने का दावा करने वाली केजरीवाल सरकार की पोल खुलती नजर आ रही है. लाडो सराय में बिहार का प्रवासी परिवार भूखा रहने को मजबूर है. उन 11 जिलों में बने 568 केंद्रों का पता इन दोनों दो भाइयों को भी मिलना चाहिए, जो कई दिन से अपनी बूढ़ी मां के साथ सीवर के गंदे नाले के पास भूखे रहने को मजबूर हैं.
'नहीं जा पाए घर वापिस'
ईटीवी भारत की टीम जब लाडो सराय पहुंची तो पता चला कि बिहार से आए हुए 2 भाई अपनी बूढ़ी मां के साथ बीते कई दिनों से सीवर के गंदे नाले के पास रहने को मजबूर हैं. उनका कहना है लॉकडाउन के चलते वो अपने घर वापिस भी नहीं जा पा रहे हैं.
उनके पास रहने के लिए कोई साधन नहीं है, इसीलिए वो काफी दिनों से यहां रहने को मजबूर हैं. उन्हें दो टाइम का खाना भी नसीब नहीं हो रहा.