नई दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली के नबी करीम थाना इलाके में शनिवार को ढाबा मालिक अनुज और उसके आठ वर्षीय बेटे रौनक की हत्या के मामले में 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिवार को सौंप दिया गया है. वहीं वारदात के बाद से फरार नौकर के बारे में भी पता नहीं चल पाया है, जिसकी खोजबीन में स्पेशल स्टाफ के अलावा अन्य टीमें लगी हुई हैं.
पुलिस के सामने आई ये बात: नौकर की तलाश के लिए पुलिस की टीम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है. साथ ही मृतक के कॉल डिटेल्स के आधार पर भी छानबीन की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ इस घटना के बाद परिवार में केवल मृतक की पत्नी, मां और बेटी रह गई हैं. परिवार फिलहाल गम में डूबा हुआ है. पुलिस को बताया गया कि हाल ही नए नौकर ने ढाबे पर चोरी की थी, जिसके बाद ढाबा मालिक ने उसे पीट दिया था. उसे 10 दिन पहले ही काम रखा गया था. पुलिस को शक है कि उसी नौकर ने बदला लेने के लिए दोनों की हत्या कर दी.
यह था मामला: गौरतलब है कि शनिवार को ढाबे की पहली मंजिल पर ढाबा मालिक और उसके बेटे की खून से लथपथ लाश मिली थी. वारदात की रात ढाबा मालिक की पत्नी, अपनी सास और बेटी के साथ द्वारका के मोहन गार्डन गई थी, जहां उन्होंने दूसरा मकान लिया था. जब अगले दिन ढाबा मालिक को उसकी पत्नी ने फोन किया तो उसका फोन नहीं उठा, जिसके बाद वापस आई तो ढाबा अंदर से लॉक मिला. इसपर महिला ने पुलिस को जानकारी दी तो पूरा मामला सामने आया. पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आना बाकि है और फरार नौकर को ढूंढने की कोशिश की जा रही है. साथ ही मृतक के रिश्तेदारों और दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है.
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