नई दिल्ली: द्वारका सेक्टर 19 स्थित अक्षरधाम अपार्टमेंट में चोरियों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, इस सोसायटी में हर महीने कम से कम दो चोरी की वारदातें होती रहती है. जिसको लेकर यहां के स्थानीय लोग बहुत ही परेशान है.
हाल ही में इस अपार्टमेंट में एक लग्जरी गाड़ी चोरी होने के बाद ईटीवी भारत की टीम ने इस सोसायटी में जाकर वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत और यहां अक्सर होनी वाली चोरियों के पीछे का कारण जाना.
लचर सुरक्षा व्यवस्था
अक्षरधाम सोसायटी के लोगों का कहना है कि यहां होने वाली चोरियों के पीछे सबसे मुख्य कारण यहां की लाचार सुरक्षा व्यवस्था है. क्योंकि यहां सिक्योरिटी के नाम पर सिर्फ गार्ड रूम और सोसायटी के बड़े-बड़े गेट ही है. लोगों ने यहां के आरडब्ल्यूए पर इल्जाम लगाते हुए बताया कि ये सब आरडब्ल्यूए की लापरवाही के कारण ही हो रहा है.
गार्ड रूम में नहीं मौजूद होता सिक्योरिटी गार्ड
सोसायटी के लोगों ने बताया कि यहां की आरडब्ल्यूए हर चीज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पैसे तो लेती है. लेकिन किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाती. लोगों का कहना है कि सोसायटी की आरडब्ल्यूए यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती. जिसके कारण सोसायटी में गाड़ी चोरी और अन्य तरह की कई चोरी की वारदातें अक्सर होती रहती हैं.
इसके अलावा लोगों ने ये भी बताया कि रात के समय गार्ड रूम में कोई भी सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं होता. इसको लेकर कई बार आरडब्लूए से शिकायत करने के बावजूद भी आरडब्ल्यूए की तरफ से कोई भी सख्त कदम नहीं उठाया गया. इस तरह की चोरियां होती रही. लोग यहां आरडब्ल्यूए की मनमानियों से इतना परेशान हो गए हैं कि लोगों ने यहां की आरडब्ल्यूए को निकम्मी आरडब्लूए का भी दर्जा दे दिया है.
एक ही मंदिर में 7 बार हो चुकी है चोरी
आपको बता दें कि ये वही द्वारका की अक्षरधाम सोसायटी है. जहां एक नहीं, दो नहीं बल्कि 7 बार मंदिर में चोरी की वारदात हो चुकी है. जिसमें चोर बड़े ही आराम से सोसायटी के अंदर स्थित मंदिर में दाखिल होते हैं और दान पेटी से सारा पैसा लेकर फरार हो गए.
अक्षरधाम सोसायटी बनी असुरक्षित
गौरतलब है कि इन सोसायटी में हुई चोरियों में आज तक एक भी चोर गिरफ्तार नहीं हुआ है. जो अपने आप में ही एक चौकाने वाला कारण है. इसलिए द्वारका की सबसे सुरक्षित सोसायटी में से एक कही जाने वाली इस अक्षरधाम सोसायटी की जमीनी हकीकत ये है कि ये द्वारका की सबसे ज्यादा असुरक्षित सोसायटी है.