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खुफिया विभाग वर्टिकल को मजबूत करने में जुटी दिल्ली पुलिस - special branch staff

पुलिस थाना स्तर पर पहुंच को सुव्यवस्थित करने के लिए खुफिया विभाग वर्टिकल को मजबूत किया जा रहा है. अधिक केंद्रित और व्यापक आधार वाली खुफिया जानकारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष शाखा के कर्मचारी(special cell Delhi Police) अपने वर्तमान आदेश के अलावा, पुलिस स्टेशन स्तर पर भी जानकारी एकत्र करेंगे.

दिल्ली पुलिस
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Published : Nov 27, 2022, 10:27 PM IST

नई दिल्ली: पुलिस थाना स्तर पर पहुंच को सुव्यवस्थित करने के लिए खुफिया विभाग वर्टिकल को मजबूत किया जा रहा है. अधिक केंद्रित और व्यापक आधार वाली खुफिया जानकारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष शाखा के कर्मचारी(special cell Delhi Police) अपने वर्तमान आदेश के अलावा, पुलिस स्टेशन स्तर पर भी निम्नलिखित के संबंध में जानकारी एकत्र करेंगे:

1. संगठित अपराध/लीडर

2. नशीले पदार्थों की बिक्री और स्रोत

3. स्थानीय पुलिस की मिलीभगत सहित क्षेत्र में अवैध निर्माण

4. अवैध अतिक्रमण

5. विवादित एवं सार्वजनिक भूमि पर हड़पना

6. पीसीआर कॉल की निगरानी और घटनास्थल का दौरा करने से संबंधित:-

(i) हत्या/हत्या का प्रयास,
(ii) दंगा,
(iii) हथियारों के साथ डकैती,
(iv) फायरिंग की घटनाओं से संबंधित कॉल,
(v) पथराव की कॉल/सांप्रदायिक प्रकृति की कॉल
(vi) पॉक्सो/बलात्कार ( एसओसी में जाने की आवश्यकता नहीं है)
(vii) विरोध प्रदर्शनों, बैठकों और कार्यक्रमों के संबंध में अग्रिम सूचना प्रदान करना।
(viii) उन कार्यक्रमों के संबंध में अग्रिम जानकारी प्रदान करना जिनके लिए स्थानीय पुलिस और यातायात व्यवस्था की आवश्यकता होती है।
(ix) दिल्ली के लिए निहितार्थ के साथ हित का कोई अन्य मामला।

अब से विशेष शाखा के अधिकारी न केवल इन कॉल्स पर ध्यान देंगे बल्कि उन कॉल्स के प्रथम दृष्टया और फॉलोअप भी देंग जो ऊपर पहचाने गए क्षेत्र में अपराध और कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करते हैं. क्षेत्र के अधिकारियों को स्थानीय पुलिस रिपोर्टों को पुन: प्रस्तुत नहीं करना चाहिए बल्कि एक स्वतंत्र जांच करनी चाहिए और वरिष्ठ संरचनाओं को व्यक्तिगत प्रदान करने के लिए स्थिति का आकलन करना चाहिए.

जोन इन रिकॉर्ड के इलेक्ट्रॉनिक रखरखाव और मुद्दों पर अग्रिम रिपोर्टिंग सुनिश्चित करेंगे:

(1) सांप्रदायिक प्रकृति
(2) प्रत्येक अंचल/जिले के उपद्रवियों/सांप्रदायिक नेताओं की सूची का रख-रखाव करना. उनके पास एक तैयार सूची होगी जिसे नियमित तौर पर अद्यतन किया जाना चाहिए. सूची में उन व्यक्तियों के नाम भी होंगे जिनका आपराधिक रिकॉर्ड हो सकता है या नहीं हो सकता है लेकिन वे प्रभावशाली हैं.
(3) एक समुदाय के सांप्रदायिक महत्व के दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा हत्या/बलात्कार का रिकॉर्ड बनाए रखना और कानून और व्यवस्था के संदर्भ में स्थानीय प्रभाव रखना.

एक समेकित साप्ताहिक रिपोर्ट संयुक्त/अतिरिक्त कार्यालय को प्रस्तुत की जाएगी.

नई दिल्ली: पुलिस थाना स्तर पर पहुंच को सुव्यवस्थित करने के लिए खुफिया विभाग वर्टिकल को मजबूत किया जा रहा है. अधिक केंद्रित और व्यापक आधार वाली खुफिया जानकारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष शाखा के कर्मचारी(special cell Delhi Police) अपने वर्तमान आदेश के अलावा, पुलिस स्टेशन स्तर पर भी निम्नलिखित के संबंध में जानकारी एकत्र करेंगे:

1. संगठित अपराध/लीडर

2. नशीले पदार्थों की बिक्री और स्रोत

3. स्थानीय पुलिस की मिलीभगत सहित क्षेत्र में अवैध निर्माण

4. अवैध अतिक्रमण

5. विवादित एवं सार्वजनिक भूमि पर हड़पना

6. पीसीआर कॉल की निगरानी और घटनास्थल का दौरा करने से संबंधित:-

(i) हत्या/हत्या का प्रयास,
(ii) दंगा,
(iii) हथियारों के साथ डकैती,
(iv) फायरिंग की घटनाओं से संबंधित कॉल,
(v) पथराव की कॉल/सांप्रदायिक प्रकृति की कॉल
(vi) पॉक्सो/बलात्कार ( एसओसी में जाने की आवश्यकता नहीं है)
(vii) विरोध प्रदर्शनों, बैठकों और कार्यक्रमों के संबंध में अग्रिम सूचना प्रदान करना।
(viii) उन कार्यक्रमों के संबंध में अग्रिम जानकारी प्रदान करना जिनके लिए स्थानीय पुलिस और यातायात व्यवस्था की आवश्यकता होती है।
(ix) दिल्ली के लिए निहितार्थ के साथ हित का कोई अन्य मामला।

अब से विशेष शाखा के अधिकारी न केवल इन कॉल्स पर ध्यान देंगे बल्कि उन कॉल्स के प्रथम दृष्टया और फॉलोअप भी देंग जो ऊपर पहचाने गए क्षेत्र में अपराध और कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करते हैं. क्षेत्र के अधिकारियों को स्थानीय पुलिस रिपोर्टों को पुन: प्रस्तुत नहीं करना चाहिए बल्कि एक स्वतंत्र जांच करनी चाहिए और वरिष्ठ संरचनाओं को व्यक्तिगत प्रदान करने के लिए स्थिति का आकलन करना चाहिए.

जोन इन रिकॉर्ड के इलेक्ट्रॉनिक रखरखाव और मुद्दों पर अग्रिम रिपोर्टिंग सुनिश्चित करेंगे:

(1) सांप्रदायिक प्रकृति
(2) प्रत्येक अंचल/जिले के उपद्रवियों/सांप्रदायिक नेताओं की सूची का रख-रखाव करना. उनके पास एक तैयार सूची होगी जिसे नियमित तौर पर अद्यतन किया जाना चाहिए. सूची में उन व्यक्तियों के नाम भी होंगे जिनका आपराधिक रिकॉर्ड हो सकता है या नहीं हो सकता है लेकिन वे प्रभावशाली हैं.
(3) एक समुदाय के सांप्रदायिक महत्व के दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा हत्या/बलात्कार का रिकॉर्ड बनाए रखना और कानून और व्यवस्था के संदर्भ में स्थानीय प्रभाव रखना.

एक समेकित साप्ताहिक रिपोर्ट संयुक्त/अतिरिक्त कार्यालय को प्रस्तुत की जाएगी.

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