नई दिल्ली: मुंडका बिल्डिंग में लगी भीषण आग में 27 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने बिल्डिंग के ओनर मनीष लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है. मनीष लाकड़ा को गिरफ्तार करने के बाद डीसीपी समीर शर्मा ने पूरे मामले की जानकारी दी है कि घटना कैसे हुई और मनीष लाकड़ा की गिरफ्तारी कैसे हो पाई. अब तक कितने की मौत हो चुकी है और इसमें कौन कैसे बच गया और कौन इसमें फंस गया.
मनीष लाकड़ा की गिरफ्तारी के बाद जिला के डीसीपी समीर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की मनीष लाकड़ा इस बिल्डिंग का मालिक है और उसने थर्ड फ्लोर पर रहने के लिए दो कमरे का सेट बना रखा था, जहां पर वह उसकी पत्नी, दो बच्चे, उसकी मां रहती थी. घटना वाले दिन जब आग लगी तो यह लोग ऊपर से बगल वाले मकान के सहारे निकल गए, जिसमें मनीष लाकड़ा और उसकी पूरी फैमिली बच गई. सेकंड फ्लोर और थर्ड फ्लोर पर जो लोग थे, वह फंस गए, जिनमें से काफी संख्या में लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया. जबकि 27 लोग उसमें अपनी जान गंवा बैठे. जिनमें से बाप बेटे भी थे, जो मोटिवेशनल लेक्चर देते थे. उस दिन सीसीटीवी कंपनी के स्टाफ के लिए यह दोनों मोटिवेशनल लेक्चर देने के लिए आए थे.
पुलिस ने इसमें कई धाराओं में मामला दर्ज किया था. इस मामले में कंपनी के दोनों ऑनर को पुलिस ने उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मनीष लाकड़ा फरार चल रहा था. इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई थी. इसके लिए दिल्ली और हरियाणा में कई जगह छापेमारी भी की जा रही थी. आखिरकार मनीष के बारे में पता लगा कर गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के अनुसार आगे की पूछताछ की जा रही है. इस मामले में आगे की पूछताछ के बाद खुलासा किया जाएगा. पुलिस मनीष लाकड़ा को न्यायिक हिरासत में लेकर तिहाड़ जेल भेज दिया है.
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