नई दिल्ली: लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार के जरिए कई रियायतें दी गई हैं. लेकिन, लॉकडाउन 4.0 में दी गई रियायत के बाद दिल्ली के दुकानदारों और ऑटो चालकों का हाल अभी भी पहले जैसा ही है. लॉकडाउन 4.0 में सरकार के जरिए दी गई छूट के बाद लोगों की हालत जानने और सरकार के इंतजाम का रियलिटी चेक करने ईटीवी भारत की टीम आज द्वारका जिले पहुंचे और वहां पर ऑटो चालकों का हाल जाना.
सड़कों पर नहीं दिख रही सवारी
इस वीडियो में यह नजारा आप द्वारका की सड़कों का देख रहे हैं. जहां हर तरफ सड़कों पर ऑटो ही ऑटो खड़े दिख रहे हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने उनसे इस तरह खड़े रहने की वजह पूछी तो उन लोगों ने बताया कि इस समय मेट्रो और ऑफिस बंद हैं, जिसके कारण कोई व्यक्ति अभी भी ऑफिस नहीं जा रहा है. ऐसे में सिर्फ जरूरी सेवा से जुड़े लोगों ही घरों से निकाल रहे है. जो सुबह और शाम के समय ही आना-जाना करते हैं.
घर की किस्त के लिए नहीं हैं पैसे
इतना ही नहीं, वहां खड़े एक ऑटो वाले ने बताया कि उन्होंने ये ऑटो किराए पर लिया है. जिसके लिए वह रोजाना 250 रुपये देते हैं लेकिन सुबह अभी तक उन्हें एक भी सवारी नहीं मिली है. ऐसे में उनके पास अपने घर की किस्त देने के लिए भी पैसे नहीं है.
मुश्किल से होती है कमाई
इसके अलावा कुछ ऑटो वालों ने यह भी बताया कि इस समय सिर्फ 100-200 रुपये की कमाई होती है. जिससे रोजाना घर का खर्चा-पानी निकल जाता है.
छूट का नहीं कोई फायदा
ऑटो चालकों का कहना है कि सरकार की इस तरह की नीतियों के कारण छूट मिलने के बावजूद भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जब सड़कों पर सवारियां ही नहीं होंगी तो ऑटो और रिक्शे वालों को छूट देने का क्या फायदा होगा.