नई दिल्ली : द्वारका जिले की मोहन गार्डन थाने की पुलिस टीम ने एक ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार (Mohan Garden Police arrested) किया है. उसकी पहचान नवीन कालरा उर्फ सोनू के रूप में हुई है. ये मोहन गार्डन इलाके का ही रहने वाला है. इसके पास से चोरी की दो बाइक बरामद की गई है.
गिरफ्तारी के बाद आगे की जांच में जुटी पुलिस :डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, 10 अगस्त को मोहन गार्डन थाने में एक बाइक के चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिस पर एसीपी सतीश कुमार की देखरेख में मोहन गार्डन एसएचओ नार सिंह के नेतृत्व में हेड कॉन्स्टेबल जितेंद और महेंद्र कुमार मीणा की टीम का गठन कर आरोपी को पकड़ने के लिए लगाया गया था. पुलिस टीम सूत्रों को सक्रिय कर इलाके के ऑटो लिफ्टरों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. साथ ही लगातार पेट्रोलिंग और पिकेट लगा कर संदिग्धों और वाहनों की जांच में लगी हुई थी. इसी क्रम में पेट्रोलिंग के दौरान पीपल चौक की तरफ से आ रहे एक संदिग्ध बाइक सवार पर पुलिस टीम की नजर पड़ी. जिसे रोक कर पुलिस ने उससे पूछताछ में बाइक के ऑनरशिप के डॉक्यूमेंट्स की मांग की, लेकिन वो कोई भी डॉक्यूमेंट पुलिस को नहीं दे पाया. सख्ती से पूछताछ में उसने 10 अगस्त को मोहन गार्डन स्थित रामा रोड के शनि मंदिर के पास से बाइक चुराने की बात बताई. इसके बाद पुलिस ने बाइक को जब्त कर उसे हिरासत में ले लिया. पूछताछ में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने रोहिणी जिले के विजय विहार थाना इलाके से चोरी गई एक और बाइक बरामद किया. इन मामलों में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
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लूटपाट और वाहन चोरी का वांटेड बदमाश गिरफ्तार : द्वारका जिला के स्पेशल स्टाफ की पुलिस टीम ने लूटपाट और वाहन चोरी के मामलों में वांटेड बदमाश को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान अमित सिंह नेगी के रूप में हुई है. यह छावला के कुतुब विहार का रहने वाला है. पुलिस ने इसके पास से चोरी की एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है. द्वारका डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि यह पहले से द्वारका सेक्टर -23 के दो मामलों में शामिल रहा है और इसकी गिरफ्तारी से छावला, द्वारका सेक्टर- 23 और द्वारका नॉर्थ थानों के तीन मामलों का खुलासा भी हो गया है.डीसीपी ने बताया कि हाल के दिनों में हुई लूट और स्नैचिंग के मामलों के वांटेड बदमाशों को पकड़ने के लिए स्पेशल स्टाफ पुलिस को लगाया गया था. इसके लिए एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर बहादुर विजेंद्र, हेड कांस्टेबल बच्चों प्रवीण और विपिन और अन्य की टीम का गठन किया गया था.
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