नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में आस्था का महापर्व छठ को लेकर तैयारियां (Preparations for Chhath Puja) जोर-शोर से चल रही है. दिल्ली में इस बार भव्य तरीके से छठ पूजा (Chhath Puja In Delhi) करने की योजना है. इसको लेकर केरजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal Government) पहले ही ऐलान कर चुकी है. इसी कड़ी में अलग-अलग इलाकों में छठ घाट बनाए जा रहे हैं. यमुना किनारे छठ पूजा करने की अनुमति (Permission to perform Chhath Puja in Yamuna) दे दी गई है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने कालिंदी कुंज यमुना घाट से ग्राउंड रिपोर्ट की.
यमुना में पानी पर्याप्त मात्रा में है. हालांकि, यमुना में एक बार फिर तैरता हुआ सफेद रंग का झाग नजर आ रहा है. इस बीच छठ पूजा से पहले यहां छठ व्रतियों का आने का सिलसिला शुरू हो गया है. मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा की तैयारी शुरू करने से पहले गंगा स्नान या यमुना में स्नान किया जाता है. इसके बाद शुद्ध होकर पूजा की तैयारी की जाती है. इसको लेकर यहां पर महिलाएं आने लगी हैं.
इस बार छठ पूजा के दौरान दिल्ली में यमुना स्वच्छ रहे इसके लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से संयुक्त समिति बनाई गई है, जिसमें केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और यूपी सरकार के अधिकारी और विभाग शामिल है. जो इस बात की मॉनिटरिंग करेंगे कि यमुना छठ के दौरान स्वच्छ रहे और उसमें झाग नजर न आए.
बता दें, बीते साल कोरोना के कारण छठ पूजा की अनुमति यमुना किनारे नहीं दी गई थी. इसको लेकर दिल्ली में खूब राजनीति हुई थी. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी कालिंदी कुंज घाट पर नाव की सवारी कर यमुना में फैले झाग को दिखाया था. यमुना को साफ नहीं करने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला था.
ये भी पढ़ें : दिल्ली उपराज्यपाल ने दी यमुना किनारे चिह्नित घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी
छठ महापर्व की शुरुआत नहाए खाए के साथ शुक्रवार यानी 28 अक्टूबर से होगी. 29 अक्टूबर को खरना होगा. 30 अक्टूबर को पहले डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 31 अक्टूबर को उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन होगा.
ये भी पढ़ें : छठ पूजा 2022 : ऐसी हैं लोक आस्था के महापर्व छठ को मनाए जाने की पौराणिक कथाएं