नई दिल्लीः दक्षिण पूर्वी जिले के एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने चरस तस्करी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान रंजन विश्वास और नावेद उर्फ पठान के तौर पर की गई है. इन दोनों के कब्जे से 732 ग्राम चरस बरामद किया गया है. फिलहाल पूरे मामले में पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और इस आधार पर जांच भी कर रही है.
डीसीपी साउथ ईस्ट राजेश देव ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने इंस्पेक्टर अभिषेक मिश्रा के नेतृत्व में एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी गिरफ्तारी से एक बड़े चरस तस्करी का खुलासा हुआ है. दरअसल, टीम को सूचना मिली थी कि रविदास मार्ग पर काली मंदिर के पास नशा तस्कर चरस की तस्करी करने वाले हैं, जिसके बाद पुलिस ने वहां जाल बिछाया और एक को पकड़ लिया, जिसकी पहचान रंजन विश्वास के रूप में हुई है. उसके कब्जे से 582 ग्राम चरस बरामद किया गया है, जिसके बाद गोविंदपुरी थाने में आईपीसी की धारा 20/62/85, एनडीपीएस(NDPS) एक्ट में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया.
वहीं, रंजन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह इस चरस को नावेद उर्फ पठान से लिया है, जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से नावेद को भी पकड़ा और उसके पास से 150 ग्राम चरस बरामद किया गया. रंजन विश्वास ने बताया कि वह सब्जी बेचने का काम करता था, लेकिन वह असामाजिक तत्वों के संपर्क में आया और फिर इस काम में लग गया. वहीं नावेद उर्फ पठान ने बताया कि वह सहारनपुर से चरस लाकर रंजन को सप्लाई दिया था.
गिरफ्तार आरोपी 41 वर्षीय रंजन विश्वास 9वीं क्लास तक पढ़ा है और उसके पास कोई काम नहीं था. इसलिए वह जल्द पैसा कमाने के लिए चरस बेचना शुरू किया. वहीं 22 वर्षीय नावेद उर्फ पठान 9वीं क्लास तक पढ़ा है और वह यूपी के सहारनपुर से चरस लाता था और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करता था. फिलहाल पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है.