नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के साकेत कोर्ट में कार्यरत करीब 22 वकीलों की कोरोना के चलते मौत हो गई. मृत वकीलों की आत्मा की शांति के लिए साकेत कोर्ट के वकीलों के द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी धीर सिंह कसाना समेत कई वकील मौजूद रहे.
9 महीने में 22 वकीलों की मौत
धीर सिंह कसाना ने ईटीवी भारत को बताया कि 9 महीने में 22 वकीलों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि अब तो मॉल, बाजार को खोल दिया गया. लेकिन उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय द्वारा कोर्ट को सुचारू रूप से खोलने का आदेश नहीं दिया जा रहा है. वकीलों को कमाने का कोई जरिया नहीं है.
कसाना ने कहा कि उन्होंने बार काउंसिल ऑफ दिल्ली से गुहार लगाई है कि कोर्ट को सुचारू रूप से चलाएं. भारत सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि कोर्ट को खोल दिया जाए. बिहार में चुनाव हुआ, क्या वहां कोरोना नहीं फैला.
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कोरोना काल में आधे से ज्यादा वकील अपने गांव चले गए क्योंकि उनके पास कोई काम नहीं है. वकालत करने के अलावा वकील कोई काम नहीं कर सकता. वहीं वकील अनिल बताते हैं कि काफी वकील हार्ट अटैक से मर रहे हैं क्योंकि कोर्ट ना खुलने की वजह से वकीलों को काफी दिक्कत हो रही है.
वकील ममता सिंह ने बताया कि घर को चलाना अब मुश्किल हो गया है. उनका ये भी मानना है कि जिन लोगों के घरों में छोटे- छोटे बच्चे हैं. उन लोगों को घर चलाना काफी मुश्किल हो रहा है. आगे बढ़ते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोर्ट सुचारू रूप से चलने लगे तो वकीलों के सारे मुद्दे खुद-ब-खुद हल हो जाएंगे.