नई दिल्ली: दक्षिण पूर्वी जिले के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने की पुलिस टीम ने कोरोना महामारी के दौर में जरूरी दवाओं की कालाबाजारी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान उत्कृष्ट गुप्ता उर्फ विशु, मनीष और रघुवीर के रूप में हुई है. रघुवीर ईएसआई अस्पताल फरीदाबाद में कार्यरत है. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने तीन vials tocilizumab इंजेक्शन बरामद किए हैं, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है.
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दो लाख 90 हजार में एक इंजेक्शन
दक्षिण पूर्वी जिले के डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने बताया कि न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने की पुलिस टीम को कोरोना महामारी के इस दौर में 7 मई को गुप्त सूचना tocilizumab इंजेक्शन के कालाबाजारी कर ऊंची कीमत पर बेचने के संबंध में सूचना मिली थी. इसके बाद एसएचओ सुमन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम बनाई गई, जिसमें एसआई विष्णु दत्त एसआई अमित दहिया हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल हुए और डमी कस्टमर को भेजा गया, जिसको आरोपी एक tocilizumab इंजेक्शन 2 लाख 90 हजार में देने को तैयार हो गया. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी को पकड़ा, जिसकी पहचान उत्कृष्ट गुप्ता के रूप में हुई, जिसके बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस पूछताछ में उत्कृष्ट ने बताया कि उसने मनीष नाम के व्यक्ति से tocilizumab इंजेक्शन लिया था. जिसके बाद मनीष को भी पुलिस ने पकड़ा. उसके बाद उसने बताया कि उसने रघुवीर नाम के व्यक्ति से tocilizumab इंजेक्शन लिया था, जिसके बाद पुलिस ने रघुवीर को भी गिरफ्तार कर लिया. रघुवीर ईएसआई अस्पताल फरीदाबाद का स्टाफ बॉय है.
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ESI अस्पताल में स्टाफ बॉय था रघुवीर
जांच में पता चला है कि रघुवीर फरीदाबाद में स्थित ईएसआई अस्पताल में स्टॉफ बॉय के रूप में काम करता है. वहां से वह tocilizumab इंजेक्शन चुराकर मनीष को एक लाख 60 हजार में बेचता था और मनीष उसको उत्कृष्ट को देता था और उत्कृष्ट उसको ब्लैक मार्केट में ऊंची कीमत पर ज्यादा प्रॉफिट कमाने के लिए बेच देता था. उसके बाद मुनाफे को आपस में बांट लेते थे.