नई दिल्ली: सुलभ इंटरनेशनल के 50 साल पूरे होने पर दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें संस्था के संस्थापक डॉ बिंदेश्वर पाठक और नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत, सिक्किम के पूर्व गवर्नर बीपी सिंह के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.
शौच मुक्त भारत में महत्वपूर्ण योगदान
इस मौके पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने डॉ बिंदेश्वर पाठक की लगन, सोच और मेहनत की तारीफ करते हुए कहा कि आज देश अगर खुले में शौच से मुक्त हुआ है, उसमें सुलभ इंटरनेशनल की एक बड़ी भूमिका रही है.
इसके अलावा सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर डॉ बिंदेश्वर पाठक ने कहा महत्वपूर्ण ये है कि कोई काम कैसे सम्भव है और उसे समाज कैसे अपनाएगा. मैला ढोने और खुले में शौच की प्रथा हजारों साल पुरानी थी. उस प्रथा को खत्म करना इतना आसान नही था. हमने वो काम किया है. जिसे समाज ने स्वीकार कर लिया. सुलभ इंटरनेशनल के तरफ से अब तक कई राज्यों में शौचालय बनाए गए हैं, सरकार के साथ मिलकर 15 लाख से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है.
'शौचालय की स्थिति को सुधारना लक्ष्य है'
डॉ बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि इस आंदोलन में किसी हिंसा की जगह नहीं थी, बल्कि समाज के निर्माण और स्वच्छ की सोच थी. जिस्की वजह से आज 50 साल का स्वर्णिम सफर तय किया है. इसके साथ ही उन्होंने अब अपने आगे के सफर के बारे में बताते हुए कहा कि अब देशभर में शौचालय की स्थिति को बेहतर बनाना है और कई जगह ऐसी है, जहां पर आज भी शौचालय नहीं है, वहां पर हर एक घर-घर तक सरकार के साथ मिलकर शौचालय पहुंचाना है.