नई दिल्ली: DU में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी छात्र संगठन कॉलेज में जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. इसी बीच रामानुजन कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस सुरक्षा की मांग की है. इसके लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठी भी लिखी गई है.
छात्रसंघ चुनाव के लिए मांगी सुरक्षा
आगामी छात्रसंघ चुनाव के दौरान किसी भी अनहोनी घटना से बचने के लिए दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी है. गौरतलब है कि रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि पुलिस ने उनकी इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया है इसलिए कमिश्नर को पत्र लिखकर उनसे सहायता मांगी है.
वहीं पुलिस सहायता लेने के पीछे की वजह बताते हुए रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एसपी अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कॉलेज परिसर में ऐसी घटनाएं घटी जिसके चलते सुरक्षा को लेकर उन्हें पुलिस से मदद मांगनी पड़ी.
'बाहरी लोग कॉलेज में घुसे'
उन्होंने बताया कि कुछ बाहरी लोग कॉलेज की दीवार लांघकर कॉलेज में घुस आये थे. जिसके बाद इस मामले में FIR भी दर्ज कराई गई. वहीं छात्रों के गुट ही आपस में भिड़ गए जिसके चलते मार पीट तक की नौबत आ गयी. ऐसी स्थिति फिर ना हो इसलिए सुरक्षा मांगी जा रही है.
वहीं प्रिंसिपल एसपी अग्रवाल ने कहा कि रामानुजन कॉलेज में हमेशा शांतिपूर्ण माहौल रहा है और वो नहीं चाहते कि किसी भी वजह से यह शांति भंग हो या चुनाव के दौरान कोई हिंसा हो. प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने एसएचओ को कई पत्र लिखे. जिसमें उनसे सुरक्षाकर्मी कॉलेज में तैनात करने की सिफारिश की गई, लेकिन पुलिस का रवैया बहुत ही निराशाजनक रहा. उन्होंने बताया कि ये पहली बार नहीं है जब दिल्ली पुलिस से मदद मांगी गई हो और मदद न मिली हो. दाखिले के समय भी स्थिति चिंताजनक हो गयी थी तब भी कई पत्र लिखकर दिल्ली पुलिस से सहायता मांगी गई पर कोई फायदा नहीं हुआ.
प्रिंसिपल ने कहा कि भले ही पुलिस के पास कई काम होते हैं जिन्हें वो ज्यादा महत्व देते हैं लेकिन छात्रों की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है.
मजबूरी में पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र-प्रिंसिपल
वहीं प्रिंसिपल प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि जब बार-बार एसएचओ को पत्र लिखने के बाद भी उन्हें सुरक्षाकर्मी मुहैया नहीं कराए गए तो मजबूरन उन्हें दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखना पड़ा. इस पत्र के जरिए उन्होंने छात्र संघ चुनाव के दौरान सुरक्षाबलों की तैनाती की मांग की है.
प्रोफेसर अग्रवाल का कहना है कि वैसे तो कॉलेज प्रशासन ने दोनों गेट पर गार्ड तैनात कर दिये हैं जिससे कोई गेट तोड़कर अंदर ना आ सके. लेकिन फिर भी जो दीवार फांद कर कॉलेज में घुसने का प्रयास करते हैं उनके लिए सुरक्षाबलों की आवश्यकता है.
उन्होंने ये भी कहा कि वर्दी का अपना ही रुतबा होता है जिसे देखकर लोगों में डर भी होता है और हिंसा होने की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं. ऐसे में उन्होंने पुलिस कमिश्नर से गुजारिश की गई है कि वो इस समस्या को गंभीरता से लें और उन्हें सुरक्षाकर्मी मुहैया कराएं, जिससे कॉलेज में होने वाला छात्र संघ चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो सके.