नई दिल्ली/नोएडा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 नवंबर 2022 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की महत्वपूर्ण परियोजना 85 क्यूसेक गंगाजल की सौगात दी थी. इस परियोजना की मदद से सभी ग्रेटर नोएडा वासियों को पीने के लिए पानी उपलब्ध कराया जाना है, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक ग्रेटर नोएडा कि दर्जनों सेक्टरों के लोगों को पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है.
18 साल से चल रहा है इस परियोजना पर काम: दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2005 में हापुड़ से गंगाजल ग्रेटर नोएडा लाने का प्रपोजल तैयार किया था. साल 2012 से 2014 के बीच में पानी की सप्लाई के लिए नेटवर्क बनाया गया. इसके बाद 2017 में हापुड़ के देहरा से ग्रेटर नोएडा के जैतपुर तक 23 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन पर काम शुरू हुआ. 1 नवंबर 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा वासियों को गंगाजल की सौगात दी, लेकिन अभी भी गंगाजल परियोजना पूर्ण रूप से ग्रेटर नोएडा वासियों के घरों तक नहीं पहुंची है.
ग्रेनो वेस्ट में मार्च 2023 तक का था लक्ष्य: 1 नवंबर 2022 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गंगा जल परियोजना की शुरुआत के साथ ग्रेटर नोएडा के 28 सेक्टर में इसकी सप्लाई शुरू की गई थी. इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा के अन्य सेक्टरों में भी जल्द गंगा जल परियोजना के तहत पेयजल की शुरुआत करने का लक्ष्य रखा गया था. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टरों में मार्च 2023 तक गंगा जल परियोजना के तहत पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य था, लेकिन अभी तक परियोजना की शुरुआत नहीं की गई है.
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4 महीने में जलापूर्ति करने के निर्देश: बीते दिनों उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह ने गंगा जल परियोजना की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जल्द ग्रेटर नोएडा के अन्य सेक्टरों में गंगा जल परियोजना के द्वारा गंगाजल पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान अधिकारियों को आगामी 4 महीने में ग्रेटर नोएडा वेस्ट सहित पूरे ग्रेटर नोएडा में गंगाजल परियोजना के तहत जलापूर्ति करने के निर्देश दिए गए हैं.
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