नई दिल्ली: सरकार का दावा है कि दिल्ली में सड़कों और नालियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन संगम विहार इलाके में तस्वीर कुछ और ही नजर आती है. यहां थाना रोड पर नालियां खुली हुई हैं और नाले का पानी मेन सड़क पर बह रहा है.
गर्मी का मौसम होने के बावजूद सड़क पर 1 फीट पानी भरा हुआ है. जिससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं खुली नालियों के चलते कई राहगीर उसमें गिर जाते हैं और हादसे भी हो जाते हैं.
संगम विहार को एशिया की सबसे बड़ा कॉलोनी कहा जाता है. यहां काफी तादाद में अनाधिकृत कॉलोनियां हैं. 5 साल पहले विकास का दावा कर आम आदमी पार्टी सरकार ने अपनी सरकार बनाई, लेकिन संगम विहार में सरकार अपने वादों को पूरा करने में असफल दिख रही है. संगम विहार की इस सड़क का हाल सबसे बुरा है.
नालियों का गंदा पानी सड़क तक आ रहा है
इस सड़क पर हजारों की संख्या में लोग आते जाते हैं. ये संगम विहार को MB रोड से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, लेकिन इसकी हालत फिलहाल काफी दयनीय है. मुख्य सड़क की नालियों के ढक्कन खुले हुए हैं. नालियां ओपन हैं और नालियों का सारा पानी मुख्य सड़क पर बह रहा है, जिसकी वजह से सड़क पर एक फीट पानी भरा हुआ है.
लोगों का कहना है कि यही स्थिति साल भर इस सड़क पर बनी रहती है, लेकिन यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
कुछ लोगों का ये भी कहना है कि जब कोई किराए का ऑटो या कैब लेकर बाहर से आता है, तो वह संगम विहार के अंदर नहीं जाता. कारण ये है कि गंदे पानी और खुली नालियों में उनकी गाड़ियां फंस जाती हैं. जिससे वो अंदर आने से कतराते हैं.
'संगम विहार नहीं संकट विहार'
कुछ लोग तो इसे संकट विहार भी कहते हुए नजर आए. साथ ही कई लोगों का यह भी कहना है कि जब हम स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया से मिलते हैं तो वो इस पर कुछ नहीं करते हैं. कइयों का यह भी कहना है कि दिनेश मोहनिया जीतने के बाद कभी आए ही नहीं.
वहीं स्थानीय बीजेपी नेता का कहना है कि आम आदमी पार्टी संगम विहार में कोई विकास का काम नहीं करवा रही है. इस इलाके के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं क्योंकि उन्होंने विकास की आस में वोट दिए थे, लेकिन यहां फिलहाल कुछ भी विकास नहीं हो पा रहा है.