नई दिल्ली: देश में जाति जनगणना को लेकर सियासत गर्म है. राजनीतिक पार्टियां इसको लेकर आमने-सामने है. एक तरफ इंडिया गठबंधन के लोग जातीय जनगणना के समर्थन में हैं. वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी इसके विरोध में है. जबकि संत समाज इसको हिंदुओं को बांटने का संयंत्र बता रहे हैं.
कालकाजी मंदिर में रविवार को विश्व हिंदू महासंघ भारत के तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें अस्मिता भंडारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिंदू भारत को सम्मानित किया गया. मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने इस मौके पर कहा कि अस्मिता भंडारी नेपाल में हिंदुओं के खिलाफ हो रही साजिश को लेकर आवाज बुलंद कर रही हैं. नेपाल में सनातन की स्थिति धर्मनिरपेक्ष देश बनने के बाद खराब हो रही है. वहां की विधर्मियों के द्वारा साजिश की जा रही है. भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है. उसके विरोध में विश्व हिंदू महासंघ भारत वहां अपनी आवाज बुलंद कर रहा है.
सुरेंद्रनाथ अवधूत ने कहा कि भारत में भी हिंदुओं की स्थिति नाजुक मोड़ पर है. जातीय जनगणना के नाम पर हिंदुओं को बांटने का प्रयास किया जा रहा है. हिंदुओं को एकजुट होना होगा. तभी एक सशक्त सनातन समाज की स्थापना होगी. वहीं, अस्मिता भंडारी ने बताया कि जब से नेपाल धर्मनिरपेक्ष देश बना है तब से वहां वहां पर धर्मांतरण का खेल चल रहा है. वहां के माओवादी आम जनता को भारत के खिलाफ करने का साजिश कर रहे है.
बता दें बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं. जिसके बाद देश में जाति जनगणना करने को लेकर सियासी गर्मी तेज है. वहीं, देश का संत समाज इसके खिलाफ नजर आ रहा है.
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