नई दिल्ली: जामिया हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए शरजील ने पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे किए हैं. उसने पुलिस को बताया है कि वह लगभग 20 दिनों तक जामिया इलाके में ही मौजूद था. यहां पर लोगों के बीच पोस्टर बांटने से लेकर उन्हें एकत्रित करने का काम उसने ही किया था. इस जगह पर आयोजित प्रदर्शन के मुख्य आयोजकों में वह शामिल था. बीते 2 जनवरी के बाद वह जामिया इलाके से निकल गया था.
'भड़काने में शरजील की मुख्य भूमिका'
जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब तक जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में हुई हिंसा के मामले में कुल 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन आरोपियों से हुई पूछताछ के दौरान ही शरजील के नाम का खुलासा हुआ था. एक आरोपी ने पूछताछ के दौरान क्राइम ब्रांच को बताया कि यहां लोगों को जुटाने से लेकर उन्हें भड़काने तक में शरजील की अहम भूमिका थी. इसके बाद तिहाड़ जेल में मौजूद शरजील को गिरफ्तार किया गया और उसे अदालत के समक्ष पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया.
पुलिस के सामने किया यह खुलासा
शरजील से एक दिन की रिमांड के दौरान जामिया में हुई हिंसा को लेकर पूछताछ की गई है. उसने पुलिस को बताया है कि सीएए को लेकर वह पहले से विरोध कर रहा था. बीते 13 दिसंबर को वह जामिया इलाके में पहुंच गया था. यहां पर लोगों को एकत्रित करने का काम उसने किया जिससे प्रदर्शन को बड़ा कर सके. इसके लिए वह न केवल लोगों के बीच जा रहा था बल्कि पोस्टर भी बंटवा रहा था. उसने पुलिस को बताया है कि वह प्रदर्शन के दौरान लगभग 2 जनवरी तक जामिया में ही मौजूद था. वह इस प्रदर्शन का मुख्य आयोजक था.
शरजील को लेकर पूरक आरोपपत्र होगा दाखिल
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में हुई हिंसा को लेकर अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है. इसके बाद शरजील की भूमिका सामने आई है जिसे लेकर पूरक आरोप पत्र तैयार किया जाएगा. इसमें शरजील की पूरी भूमिका के बारे में अदालत को जानकारी दी जाएगी. फिलहाल इस मामले में 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि 100 से ज्यादा लोगों की पहचान जुटाने की कोशिश की जा रही है. इनकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से इनाम भी घोषित किया गया है.