नई दिल्ली:देशभर में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस प्रतिबंध के बाद से लोगों के मन में ये सवाल उठने लगे हैं कि आख़िर इसका विकल्प क्या होगा. सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर किस तरह से दूसरे आइटम्स का यूज कर सकते हैं इसको लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से त्यागराज स्टेडियम में तीन दिवसीय विकल्प मेला का आयोजन किया गया.
अलग-अलग संस्थान के बच्चे छात्र छात्राएं और सामाजिक संस्थाएं भी स्टाल लगाये. लोगों को समझाया गया कि किस तरीके से वह विकल्प के तौर पर सिंगल यूज प्लास्टिक को छोड़कर इन आइटम्स को अपना सकते हैं. रोजमर्रा की जिंदगी में कैसे एक प्लास्टिक की थैली को छोड़कर कपड़े के थैलों का यूज किया जा सकता है. पीने की पानी की बोतल जो प्लास्टिक की आती है उसे छोड़कर कांच की बोतल और मिट्टी के बर्तन कैसे अपनाए जा सकते हैं. प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए.
प्रदर्शनी में पहुंच रहे स्कूली छात्रों ने बताया कि काफी अच्छा कदम है.
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पर्यावरण को बचाने कि जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है. साथ ही आज कल हम रोड या सड़क से जब गुजरते हैं तो देखते हैं कि प्लास्टिक की पॉलीथिन मवेशी खा रहे हैं. समुद्र में हम प्लास्टिक की बोतलें डाल देते हैं उनको भी जो मछलियां है जो जीव जंतु है वह खा जाते हैं. उनमें बीमारी फैलने की आशंका रहती है. प्लास्टिक इंसानों के अलावा एनिमल्स और हमारी जमीन के लिए कितनी घातक है यह सब जानते हैं, लेकिन लोगों को अवेयर करने की जरूरत है. इस मेले में हमें यह भी देखने को मिला कि किस तरीके से प्लास्टिक के बदले और भी जो सामान है प्रोडक्ट है जो मिट्टी के अलावा कागज से बने हुए हैं उन्हें भी हम अपनी जिंदगी में यूज कर सकते हैं.