नई दिल्ली: भाई-बहन के प्यार का पर्व रक्षाबंधन आने वाला है, लेकिन अब इसमें भी कोरोना का ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है. पहले की तरह इस बार भी राखी के बाजार सज चुके हैं, लेकिन खरीददार ना आने के कारण विक्रेताओं की परेशानी बढ़ती जा रही है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए विक्रेताओं ने बताया कि इस बार उन्हें लाए गए सामान की लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है. रक्षाबंधन का त्योहार का रंग भी कोरोना के चलते अभी से फीका पड़ता नजर आ रहा है. जगह-जगह सज रही राखी मार्केट से ग्राहक नदारद हैं. इसके कारण विक्रेता परेशानी का सामना कर रहे हैं.
लागत निकालना भी मुश्किल
दक्षिणी दिल्ली के महरौली में ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो यहां राखी विक्रेताओं ने बताया कि कोरोना महामारी और भारत-चीन के पैदा हुए तनाव के कारण उनका काम पूरी तरह से ठप पड़ा है. रक्षाबंधन के त्यौहार में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है लेकिन अभी तक बिक्री ना के बराबर हुई है. विक्रेताओं का कहना है जिस प्रकार दुकानदारी सुस्त पड़ी है. उन्हें अपनी लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है.