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2016 से नौकरी कर रहे सपोर्टिंग स्टाफ को एक झटके में निकाला, कर रहे प्रदर्शन

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Published : Jun 28, 2019, 8:51 AM IST

Updated : Jun 28, 2019, 1:22 PM IST

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बिना कोई नोटिस जारी किए गए सपोर्टिंग स्टाफ को अस्पताल द्वारा नौकरी से बाहर कर दिया गया.

पांच दिन से धरने पर बैठा है सफदरजंग अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

नई दिल्ली: राजधानी के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे सपोर्टिंग स्टाफ को अचानक से नौकरी से निकाल दिया गया है, जिसको लेकर कर्मचारी अस्पताल के भीतर ही धरने पर बैठ गए हैं.

पांच दिन से धरने पर बैठा है सफदरजंग अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से सपोर्टिंग स्टाफ कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे थे, लेकिन बिना किसी नोटिस जारी किए गए सपोर्टिंग स्टाफ को अस्पताल द्वारा नौकरी से बाहर कर दिया गया है. इसे लेकर सपोर्टिंग स्टाफ अस्पताल के अंदर ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

safdarjung Hospital supporting staff are protest last five days
धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

सपोर्टिंग स्टाफ है नाराज
अस्पताल के अंदर 5 दिनों से कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया अस्पताल प्रशासन या सरकार की तरफ से नहीं मिल रही है. अचानक से नौकरी जाने को लेकर सपोर्टिंग स्टाफ काफी दुखी है.

स्वास्थ्य मंत्री से मिला केवल आश्वासन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हम यहां कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे थे लेकिन बिना किसी नोटिस दिए हम लोगों को हटा दिया गया.

safdarjung Hospital supporting staff are protest last five days
धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें उनके मेडिकल सुपरिडेंटेंट से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के पास भी गए थे वहां से भी उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला.

नई दिल्ली: राजधानी के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे सपोर्टिंग स्टाफ को अचानक से नौकरी से निकाल दिया गया है, जिसको लेकर कर्मचारी अस्पताल के भीतर ही धरने पर बैठ गए हैं.

पांच दिन से धरने पर बैठा है सफदरजंग अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से सपोर्टिंग स्टाफ कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे थे, लेकिन बिना किसी नोटिस जारी किए गए सपोर्टिंग स्टाफ को अस्पताल द्वारा नौकरी से बाहर कर दिया गया है. इसे लेकर सपोर्टिंग स्टाफ अस्पताल के अंदर ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

safdarjung Hospital supporting staff are protest last five days
धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

सपोर्टिंग स्टाफ है नाराज
अस्पताल के अंदर 5 दिनों से कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया अस्पताल प्रशासन या सरकार की तरफ से नहीं मिल रही है. अचानक से नौकरी जाने को लेकर सपोर्टिंग स्टाफ काफी दुखी है.

स्वास्थ्य मंत्री से मिला केवल आश्वासन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हम यहां कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे थे लेकिन बिना किसी नोटिस दिए हम लोगों को हटा दिया गया.

safdarjung Hospital supporting staff are protest last five days
धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल का सपोर्टिंग स्टाफ

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें उनके मेडिकल सुपरिडेंटेंट से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के पास भी गए थे वहां से भी उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला.

Intro:दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे सपोर्टिंग स्टाफ को अचानक से नौकरी से निकाल दिया गया है जिसको लेकर कर्मचारी अस्पताल के भीतर ही धरने पर बैठ गए हैं.


Body:राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 2016 से सपोर्टिंग स्टाफ कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर कार्य कर रहा था, लेकिन बिना किसी नोटिस जारी किए गए सपोर्टिंग स्टाफ को अस्पताल द्वारा नौकरी से बाहर कर दिया गया है, जिसको लेकर सपोर्टिंग स्टाफ अस्पताल के अंदर ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

अस्पताल के अंदर 5 दिनों से कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया अस्पताल प्रशासन या सरकार की तरफ से नहीं मिल रही है.

अचानक से नौकरी जाने को लेकर सपोर्टिंग स्टाफ काफी दुखी है, प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हम यहां कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर कार्य कर रहे थे लेकिन बिना किसी नोटिस दिए हम लोगों को हटा दिया गया, प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें उनके मेडिकल सुपरिडेंटेंट से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है, प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उस स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के पास गए थे वहां से भी उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला लेकिन पिछले 3 दिनों से उन्हें स्वास्थ्य मंत्री से मिलने दिया नहीं जा रहा है.


Conclusion:सफदरजंग अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों को ऊपर अपने परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी, अब कर्मचारी रोजगार को लेकर काफी चिंतित हैं.
Last Updated : Jun 28, 2019, 1:22 PM IST
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