नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अलीगंज कोटला मुबारकपुर चौक पर रविवार को ग्रामीण विकास समिति द्वारा 5 गांव के लोगों को बुलाकर एक विशाल धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में अलीगंज, पिलांजी गांव, जूड बाग, खौरपुर, कोटला मुबारकपुर गांव के लोग शामिल हुए. लोगों की नाराजगी केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी से है. इनका आरोप है कि सेवा नगर में पुनर्निर्माण कार्य की वजह से स्कूल का रास्ता, डिस्पेंसरी, पार्किंग सुविधा, बरात घर और श्मशान घाट तक का रास्ता बंद कर दिया गया है. जिससे उन्हें काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ये रास्ते बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि आखिरकार इन रास्तों को एक सेवानगर पुनर्निर्माण करने के लिए क्यों बंद किया गया है. हमारी बहन बेटियों को काफी दिक्कतें हो रही है. उन्हें बड़ी भीड़ भाड़ से गुजारना पड़ता है. स्कूली बच्चों को घूमकर जाना पड़ता है. गांव के निवासी ईश्वर वर्मा ने बताया कि आज हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यहां की सांसद केंद्रीय मंत्री भी हैं, वह कुछ कर नहीं रही हैं. एक तरफ मोदी सरकार डेवलपमेंट की बात करती है, लेकिन विकास के नाम पर यहां के लोगों को सताया जा रहा है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा सरकार देती है, लेकिन स्कूल जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं. सभी पार्क के रास्ते बंद हैं. रामलीला दशहरा जाने का रास्ता भी बंद कर दिया गया है. डिस्पेंसरी बंद, पार्किंग सुविधा बंद, बारात घर जाने का रास्ता बंद और यहां तक कि शमशान घाट जाने का रास्ता भी बंद कर दिया गया है.
वहीं, गांव के रहने वाले बच्चू सिंह ने बताया कि हमारी बीजेपी सरकार से कोई दुश्मनी नहीं है. मोदी जी तो ठीक काम कर रहे हैं लेकिन नीचे के जो कर्मचारी, आधिकारी हैं वे ठीक काम नहीं कर रहे हैं. हमारी सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लिखी बाहर ही रहती हैं. उन्हें इलाके के लोगों की कोई समस्या से कोई सरोकार नही हैं.