ETV Bharat / state

फतेहपुर बेरी: सैकड़ों सालों से इलाके में जलभराव, लोगों को समाधान का इंतजार

दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके की बाल्मीकि जाटव बस्ती के लोग सैकड़ों सालों से जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां पर कई बार नेताओं ने दौरा किया लेकिन समस्या को कभी गंभीरता से नहीं लिया.

people of balmiki jatav basti facing waterlogging problem at fatehpur beri in delhi
सैकड़ों सालों से फतेहपुर बेरी इलाके में जलभराव
author img

By

Published : Jul 23, 2020, 1:36 PM IST

नई दिल्ली: एक तरफ मानसून की बारिश राहत लेकर आती है तो वहीं दूसरी तरफ जलभराव की समस्या सामने आ जाती है. ये हाल देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का है. साउथ दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके की बाल्मीकि जाटव बस्ती में भी कुछ ऐसा ही देखा जा रहा है. यहां चाहे बारिश हो या न हो जलभराव की समस्या बदस्तूर ऐसी ही रहती है.

सैकड़ों सालों से फतेहपुर बेरी इलाके में जलभराव

बाल्मीकि जाटव बस्ती का हाल बेहाल

हर साल एमसीडी और सरकार दावे जरूर करते है, लेकिन आज भी यहां वो ही हाल है. जमीनी हकीकत वही रहती है जिस पर नेता आगे राजनीति कर सके. दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस ने खूब राज किया और अब आम आदमी पार्टी राज कर रही है. दिल्ली की कोई मां बनती है, तो कोई बाप बनता है. 62 सीटों वाले केजरीवाल एसी में बैठकर चाय की चुस्की ले रहे हैं. किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता. दिल्ली मॉडल की बात जहां आती है, तो फतेहपुर बेरी की बाल्मीकि जाटव बस्ती की बात क्यों नहीं होती.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर अधिकारी, नेता, मंत्री, विधायक, सांसद, निगम पार्षद हर कोई आता है, लेकिन आंख मूंद कर चला जाता है. कोई भी सुध लेने के लिए तैयार नहीं है और चुनाव आते जाते हैं तो यह कहकर वोट की राजनीति करने लगते हैं. अपने वोट लेने की कोशिश करते हैं कि चुनाव के बाद हम इस हालात को सही करा देंगे.

नई दिल्ली: एक तरफ मानसून की बारिश राहत लेकर आती है तो वहीं दूसरी तरफ जलभराव की समस्या सामने आ जाती है. ये हाल देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का है. साउथ दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके की बाल्मीकि जाटव बस्ती में भी कुछ ऐसा ही देखा जा रहा है. यहां चाहे बारिश हो या न हो जलभराव की समस्या बदस्तूर ऐसी ही रहती है.

सैकड़ों सालों से फतेहपुर बेरी इलाके में जलभराव

बाल्मीकि जाटव बस्ती का हाल बेहाल

हर साल एमसीडी और सरकार दावे जरूर करते है, लेकिन आज भी यहां वो ही हाल है. जमीनी हकीकत वही रहती है जिस पर नेता आगे राजनीति कर सके. दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस ने खूब राज किया और अब आम आदमी पार्टी राज कर रही है. दिल्ली की कोई मां बनती है, तो कोई बाप बनता है. 62 सीटों वाले केजरीवाल एसी में बैठकर चाय की चुस्की ले रहे हैं. किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता. दिल्ली मॉडल की बात जहां आती है, तो फतेहपुर बेरी की बाल्मीकि जाटव बस्ती की बात क्यों नहीं होती.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर अधिकारी, नेता, मंत्री, विधायक, सांसद, निगम पार्षद हर कोई आता है, लेकिन आंख मूंद कर चला जाता है. कोई भी सुध लेने के लिए तैयार नहीं है और चुनाव आते जाते हैं तो यह कहकर वोट की राजनीति करने लगते हैं. अपने वोट लेने की कोशिश करते हैं कि चुनाव के बाद हम इस हालात को सही करा देंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.