ETV Bharat / state

एम्स में सस्ते इंप्लांट खरीद सकेंगे मरीज, हड्डी प्रत्यारोपण के खर्च में आएगी कमी

एम्स अस्पताल प्रशासन मरीजों की सुविधा के लिए अमृत फार्मेसी से समझौता करेगी. दिल्ली एम्स में हड्डी के प्रत्यारोपण के लिए जरूरतमंदों को महंगे इंप्लांट खरीदने पड़ते हैं. इसे देखते हुए एम्स ने निर्णय लिया है कि वह इस समझौते के बाद सामान्य दुकानों से सस्ते में इंप्लांट उपलब्ध कराएगी. इससे एम्स दिल्ली में हड्डी के प्रत्यारोपण में आने वाला खर्च कम हो जाएगा.

एम्स में सस्ते इंप्लांट खरीद सकेंगे मरीज
एम्स में सस्ते इंप्लांट खरीद सकेंगे मरीज
author img

By

Published : Nov 1, 2022, 4:17 PM IST

Updated : Nov 1, 2022, 4:26 PM IST

नई दिल्ली: एम्स में जरूरतमंदों को महंगे इंप्लांट खरीदने पड़ते हैं, जिसे देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने निर्णय लिया है कि वह अमृत फार्मेसी से समझौता करेंगे और सामान्य दुकानों से सस्ते में इंप्लांट उपलब्ध कराएंगे. (AIIMS Delhi will tie up with Amrit Pharmacy) इससे एम्स दिल्ली में हड्डी के प्रत्यारोपण में आने वाला खर्च कम हो जाएगा. मरीज प्रत्यारोपण के लिए इंप्लांट एम्स में ही खरीद पाएंगे.

जरूरतमंद इंप्लांट निजी दुकानों से खरीदतें हैं, जो काफी महंगे होते हैं. इसके अलावा दुकानदार कई बार मूल्य से अधिक दाम भी वसूलते हैं. ऐसी समस्याओं को देखते हुए एम्स ने इंप्लांट को अमृत फार्मेसी से खरीदने का फैसला लिया है, जो सामान्य दुकानों के मुकाबले काफी सस्ते होते हैं. एम्स निदेशक डॉक्टर एन श्रीनिवास ने आदेश जारी कर कहा है कि एम्स में ऑर्थोपेडिक प्रत्यारोपण की खरीद के लिए कोई दर अनुबंधन नहीं है. इस मामले पर हड्डी रोग विभाग के संकाय के साथ भी चर्चा की गई है.

एम्स में प्रत्यारोपण के लिए मरीजों की जरूरत है, आकार प्रकार व अन्य के आधार पर अलग-अलग हैं ऐसे में अग्रिम में खरीद की योजना बनाना संभव नहीं है. मरीजों की समस्याओं को देखते हुए पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, सफदरजंग अस्पताल, एम्स ऋषिकेश व अन्य अस्पताल रोगियों की आवश्यकता के अनुसार अमृत फार्मेसी से हड्डी प्रत्यारोपण के लिए इस्तेमाल होने वाले इंप्लांट खरीद रहे हैं. एक जनवरी 2023 एम्स में सभी ऑर्थोपेडिक प्रत्यारोपण केवल रोगियों की आवश्यकता और संबंधित डॉक्टर की सिफारिश पर अमृत फार्मेसी के माध्यम से ही खरीदे जाएंगे.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली में लगातार चौथे हफ्ते बड़ी संख्या में सामने आए डेंगू के मामले, एमसीडी ने लोगों को किया सतर्क

चिकित्सा अधीक्षक 30 नवंबर तक अमृत फार्मेसी से खरीद के लिए आवश्यक समझौता करेगी. वहीं, मुख्य अस्पताल में अमृत फार्मेसी को आवश्यक स्थान और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और एम्स का ट्रामा सेंटर इन्हें स्टॉक करेगा. इससे अस्पताल में घूमने वाले निजी एजेंटों पर लगाम भी लग सकेगी और मरीजों को भटकना भी नहीं पड़ेगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

नई दिल्ली: एम्स में जरूरतमंदों को महंगे इंप्लांट खरीदने पड़ते हैं, जिसे देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने निर्णय लिया है कि वह अमृत फार्मेसी से समझौता करेंगे और सामान्य दुकानों से सस्ते में इंप्लांट उपलब्ध कराएंगे. (AIIMS Delhi will tie up with Amrit Pharmacy) इससे एम्स दिल्ली में हड्डी के प्रत्यारोपण में आने वाला खर्च कम हो जाएगा. मरीज प्रत्यारोपण के लिए इंप्लांट एम्स में ही खरीद पाएंगे.

जरूरतमंद इंप्लांट निजी दुकानों से खरीदतें हैं, जो काफी महंगे होते हैं. इसके अलावा दुकानदार कई बार मूल्य से अधिक दाम भी वसूलते हैं. ऐसी समस्याओं को देखते हुए एम्स ने इंप्लांट को अमृत फार्मेसी से खरीदने का फैसला लिया है, जो सामान्य दुकानों के मुकाबले काफी सस्ते होते हैं. एम्स निदेशक डॉक्टर एन श्रीनिवास ने आदेश जारी कर कहा है कि एम्स में ऑर्थोपेडिक प्रत्यारोपण की खरीद के लिए कोई दर अनुबंधन नहीं है. इस मामले पर हड्डी रोग विभाग के संकाय के साथ भी चर्चा की गई है.

एम्स में प्रत्यारोपण के लिए मरीजों की जरूरत है, आकार प्रकार व अन्य के आधार पर अलग-अलग हैं ऐसे में अग्रिम में खरीद की योजना बनाना संभव नहीं है. मरीजों की समस्याओं को देखते हुए पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, सफदरजंग अस्पताल, एम्स ऋषिकेश व अन्य अस्पताल रोगियों की आवश्यकता के अनुसार अमृत फार्मेसी से हड्डी प्रत्यारोपण के लिए इस्तेमाल होने वाले इंप्लांट खरीद रहे हैं. एक जनवरी 2023 एम्स में सभी ऑर्थोपेडिक प्रत्यारोपण केवल रोगियों की आवश्यकता और संबंधित डॉक्टर की सिफारिश पर अमृत फार्मेसी के माध्यम से ही खरीदे जाएंगे.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली में लगातार चौथे हफ्ते बड़ी संख्या में सामने आए डेंगू के मामले, एमसीडी ने लोगों को किया सतर्क

चिकित्सा अधीक्षक 30 नवंबर तक अमृत फार्मेसी से खरीद के लिए आवश्यक समझौता करेगी. वहीं, मुख्य अस्पताल में अमृत फार्मेसी को आवश्यक स्थान और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और एम्स का ट्रामा सेंटर इन्हें स्टॉक करेगा. इससे अस्पताल में घूमने वाले निजी एजेंटों पर लगाम भी लग सकेगी और मरीजों को भटकना भी नहीं पड़ेगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Nov 1, 2022, 4:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.