नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने उज्बेकिस्तान से भारत आए एक लापता कैंसर पीड़ित बुजुर्ग विदेशी को ढूंढने में सफलता हासिल की है. उस बुजुर्ग को ना तो हिंदी आती थी और ना वह इंग्लिश बोल सकता था. वह बुजुर्ग गंभीर बीमारी से ग्रसित था. 4 सितंबर को तड़के 4 बजे वह होटल से गायब हो गया और उसके परिजनों ने परेशान होकर दिल्ली पुलिस को कॉल किया. विदेशी बुजुर्ग के मिसिंग के कॉल पर सीआर पार्क थाने के एसएचओ रितेश कुमार, एएसआई दीपक प्रसाद और अपनी टीम के साथ तुरंत होटल रॉकलैंड पहुंचे और बुजुर्ग के बारे में जानकारी इकट्ठी की.
जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग इलाज के लिए दिल्ली पहुंचा था. उसे ना तो हिंदी आती थी ना ही इंग्लिश. यह दिल्ली पुलिस के लिए बेहद चुनौती वाला केस था, क्योंकि बुजुर्ग का कोई पता नहीं चल रहा था. दिल्ली पुलिस के अलावा बुजुर्ग को उसके परिजनों ने भी हर तरफ खोजा. आखिर में दिल्ली पुलिस ने बुजुर्ग के फोटो को तमाम सोशल मीडिया साइट पर अपलोड कर दिया. इसके साथ दिल्ली पुलिस के जो इंटर स्टेट ग्रुप होते हैं, उसमें भी बुजुर्ग के फोटो को शेयर किया गया और लगातार फॉलो करते रहे कि कहीं से लापता बुजुर्ग की कोई इन्फॉर्मेशन मिल जाए. लगभग 36 घंटे के बाद जाफराबाद थाने के एसएचओ का सीआर पार्क एसएचओ के पास फोन आया कि बीमार बुजुर्ग जाफराबाद में मिल गया है.
दिल्ली पुलिस बुजुर्ग के परिजन को लेकर जाफराबाद तुरंत पहुंची. वहां पहुंचकर बुजुर्ग सही सलामत मिले. उनको देखने के बाद उसके परिजनों की जान में जान आई. उसके बाद बुजुर्ग को सीआर पार्क थाना ले जाया गया. इस पूरी घटना में जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने काम किया है, वह काबिले तारीफ है. विदेश से आया मेहमान दिल्ली पुलिस को दिल से धन्यवाद दे रहा है.
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