नई दिल्ली: महरौली बीते 5 दिनों से डीडीए तोड़फोड़ का कार्रवाई कर रही थी. इस कार्रवाई में बहुत सारे लोगों का आशियाना पूरी तरह से उजड़ गया. परिवार बिखर गया. लोग सड़क पर आ गए. कई परिवार तो ऐसे हैं, जिनके पास बिल्कुल छत नहीं है. ऐसे में बड़ा सवाल यहा है कि सालों से रह रहे लोगों को बिना नोटिस दिए डीडीए कैसे उनके घरों को क्यों तोड़ दिया. लोग अपने बच्चों और घर के सामान के साथ ही खाली पार्क में रहने को मजबूर हैं. लोगों का सारा सामान तितर बितर है. कोई देखने वाला नहीं है.
24 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली है, लेकिन यहां रहने वाले बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों की तैयारी प्रभावित हो रही है. ईटीवी भारत की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची और जायजा लिया. वहां मौजूद छात्राओं का कहना है कि डीडीए ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. उन्होंने बताया कि हमने जितनी पढ़ाई की थी सभी मिट्टी में मिल गई. हमारे घरों को तोड़ दिया. हमें अपनी ड्रेस भी नहीं मिल रही है, हमारी किताबें भी उसी में दब गईं हैं. अब हम क्या तैयारी करेंगे, क्योंकि हमारे घर को तोड़ दिया घरों के बिजली के कनेक्शन भी काट दिए.
छात्राओं ने बताया कि किसी का 12वीं की, तो किसी की 10वीं की बोर्ड परीक्षा है, तो किसी के 9वीं का पेपर चल रहा है. उनका कहना है कि हमारी ना ही कोई नेता सुनने वाला है और ना ही सरकारी अधिकारी हमारी मदद कर रहे हैं. हमारी मांग है कि बोर्ड की परीक्षा को पोस्टपोन कर दिया जाए, क्योंकि अभी हमें समझने में काफी वक्त लगेगा कि हम कैसे अपनी पढ़ाई जारी रखें. छात्राओं ने कहा कि अधिकारियों में हमारी गुजारिश है कि चुनाव आगे बढ़ सते हैं तो हमारी परीक्षा की तिथि क्यों नहीं आगे बढ़ सकते हैं.
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