ETV Bharat / state

ग्राउंड रिपोर्ट: ग्रामीण बोले- सरकार ने काम तो किया है पर अब भी पिछड़े हैं हम

author img

By

Published : May 4, 2019, 3:49 AM IST

Updated : May 4, 2019, 3:13 PM IST

दक्षिणी दिल्ली का यह शाहपुर जाट गांव एक अर्बन विलेज है. ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट में जानिए आखिर गांव के लोग लोकसभा चुनाव के बारे में क्या सोचते हैं और किन मुद्दों पर वे वोट देंगे.

ग्राउंड रिपोर्ट: ग्रामीण बोले- सरकार ने काम तो किया है पर अब भी पिछड़े हैं हम

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर आम आदमी क्या सोचता है और पिछले पांच सालों में केंद्र सरकार के कामों से कितना खुश हुआ है. इस बात को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम दक्षिणी दिल्ली के शाहपुर जाट गांव पहुंची. जहां लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में मोदी सरकार के काम से तो खुश हैं, लेकिन उनका इलाका अभी भी बहुत पिछड़ा है. इसलिए जो इस बार क्षेत्र का विकास करेगा, हम उसी को वोट देंगे.

आपको बता दें कि शाहपुर जाट गांव एक अर्बन विलेज है. भले ही यह आज भी विकास की राह ताक रहा हो, लेकिन यहां के लोगों ने जिस तरीके से खुद इस इलाके को विख्यात किया है. इसका जीता जागता उदाहरण यहां की दुकानें हैं. आपको बता दें कि यहां पर आप बेहतर शॉपिंग कर सकते हैं क्योंकि यहां पर कई तरीके के फैशन डिजाइनिंग के कोर्स भी कराए जाते हैं.

जाटों का है यह बहुल इलाका
शाहपुर जाट गांव एक ऐसा इलाका है जोकि लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान निभाता है. ये जाट बहुल इलाका है. हालांकि यहां धीरे-धीरे अब अन्य जातियों के लोग भी बसने लगे हैं, लेकिन 1965 में इसे एशियाड विलेज भी घोषित किया गया था. यहां पर आज भी जाट काफी संख्या में रहते हैं.

बदलाव की है जरूरत
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में यहां के हालात काफी बदले हैं लेकिन अभी भी यहां की सड़कों की हालत खराब है. लोगों ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक और सांसद से कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन हालात नहीं बदले. कुछ स्थितियों में परिवर्तन हुआ है लेकिन अभी और विकास की जरूरत है.

Shahpur Village
शाहपुर जाट गांव

पानी की समस्या पर नहीं दिया ध्यान
लोगों ने बताया कि यहां पर पानी की समस्या भी है. गर्मी में यह दिक्कत और भी ज्यादा बढ़ जाती है. दिल्ली जल बोर्ड को कई बार इस बाबत शिकायत भी दी है, लेकिन उनका कहना होता है कि पीछे से पानी नहीं आ रहा है. ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पानी जैसी अमूल्य चीज अगर नहीं मिलेगी तो वह कैसे अपना जीवन यापन कर सकेंगे, इसलिए जरूरी है कि आगामी सरकार को और प्रतिनिधित्व करने वाले नेता को इस पर भी ध्यान देना चाहिए.

ग्रामीण बोले- सरकार ने काम तो किया है पर अब भी पिछड़े हैं हम

महिला सुरक्षा जरूरी
इस बाबत हमने कुछ महिलाओं से भी बातचीत की, उन्होंने बताया कि शाहपुर जाट गांव में महिला सुरक्षा न होने के चलते महिलाओं को काफी परेशानी होती है. दिल्ली पुलिस भले ही बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन असलियत यह है कि शाहपुर जाट गांव में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दिखावा होता है. इसलिए जरूरी है कि महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाए.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर आम आदमी क्या सोचता है और पिछले पांच सालों में केंद्र सरकार के कामों से कितना खुश हुआ है. इस बात को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम दक्षिणी दिल्ली के शाहपुर जाट गांव पहुंची. जहां लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में मोदी सरकार के काम से तो खुश हैं, लेकिन उनका इलाका अभी भी बहुत पिछड़ा है. इसलिए जो इस बार क्षेत्र का विकास करेगा, हम उसी को वोट देंगे.

आपको बता दें कि शाहपुर जाट गांव एक अर्बन विलेज है. भले ही यह आज भी विकास की राह ताक रहा हो, लेकिन यहां के लोगों ने जिस तरीके से खुद इस इलाके को विख्यात किया है. इसका जीता जागता उदाहरण यहां की दुकानें हैं. आपको बता दें कि यहां पर आप बेहतर शॉपिंग कर सकते हैं क्योंकि यहां पर कई तरीके के फैशन डिजाइनिंग के कोर्स भी कराए जाते हैं.

जाटों का है यह बहुल इलाका
शाहपुर जाट गांव एक ऐसा इलाका है जोकि लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान निभाता है. ये जाट बहुल इलाका है. हालांकि यहां धीरे-धीरे अब अन्य जातियों के लोग भी बसने लगे हैं, लेकिन 1965 में इसे एशियाड विलेज भी घोषित किया गया था. यहां पर आज भी जाट काफी संख्या में रहते हैं.

बदलाव की है जरूरत
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में यहां के हालात काफी बदले हैं लेकिन अभी भी यहां की सड़कों की हालत खराब है. लोगों ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक और सांसद से कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन हालात नहीं बदले. कुछ स्थितियों में परिवर्तन हुआ है लेकिन अभी और विकास की जरूरत है.

Shahpur Village
शाहपुर जाट गांव

पानी की समस्या पर नहीं दिया ध्यान
लोगों ने बताया कि यहां पर पानी की समस्या भी है. गर्मी में यह दिक्कत और भी ज्यादा बढ़ जाती है. दिल्ली जल बोर्ड को कई बार इस बाबत शिकायत भी दी है, लेकिन उनका कहना होता है कि पीछे से पानी नहीं आ रहा है. ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पानी जैसी अमूल्य चीज अगर नहीं मिलेगी तो वह कैसे अपना जीवन यापन कर सकेंगे, इसलिए जरूरी है कि आगामी सरकार को और प्रतिनिधित्व करने वाले नेता को इस पर भी ध्यान देना चाहिए.

ग्रामीण बोले- सरकार ने काम तो किया है पर अब भी पिछड़े हैं हम

महिला सुरक्षा जरूरी
इस बाबत हमने कुछ महिलाओं से भी बातचीत की, उन्होंने बताया कि शाहपुर जाट गांव में महिला सुरक्षा न होने के चलते महिलाओं को काफी परेशानी होती है. दिल्ली पुलिस भले ही बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन असलियत यह है कि शाहपुर जाट गांव में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दिखावा होता है. इसलिए जरूरी है कि महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाए.

Intro:ग्राउंड रिपोर्ट:मोदी सरकार से हैं खुश, लेकिन अन्य इलाकों से अभी भी है पिछड़ा

दक्षिणी दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर आम आदमी किस तरीके से सोचता है और पिछले पांच साल से वह कितना खुश है. इस बाबत लगातार ईटीवी भारत की टीम लोगों से बातचीत कर रही है. इसी कड़ी में हम दक्षिण दिल्ली के शाहपुर जाट गांव में पहुंचे हैं.जहां लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में मोदी सरकार से खुश तो है, लेकिन यह इलाका अभी भी अन्य इलाकों से पिछड़ा हुआ है.जरूरी है कि जो इस बार क्षेत्र के लिए विकास करेगा हम उसी को वोट देंगे.


Body:शॉपिंग के लिए है बेहतर ऑप्शन
आपको बता दें कि शाहपुर जाट गांव एक अर्बन विलेज है. भले ही यह आज भी विकास की राहत ताक रहा हो.लेकिन यहां के लोगों ने जिस तरीके से खुद इस इलाके को विख्यात किया है. इसका जीता जागता उदाहरण यहां की दुकानें हैं.आपको बता दें कि यहां पर आप बेहतर शॉपिंग कर सकते हैं क्योंकि यहां पर कई तरीके के फैशन डिजाइनिंग के कोर्स भी कराए जाते हैं और यहां पर कई दुकानें जो है कपड़ों की ऐसी है जो आपको यहां खींचे चली जाएगी.नए फैशनेबल ड्रेस आपको यहां मिलती हैं.

जाटों का है यह बहुल इलाका
आपको बता दें कि शाहपुर जट गांव एक ऐसा इलाका है जो कि लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान निभाता है. क्योंकि यहां पर जाट बहुल इलाका है.हालांकि यहां धीरे-धीरे अब अन्य जातियों के लोग भी बरसने लगे हैं. लेकिन 1965 में इसे एशियाड विलेज भी घोषित किया गया था. यहां पर आज भी जाट काफी संख्या में रहते हैं.

बदलाव की है जरूरत
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले पांच साल में यहां के हालात काफी बदले हैं. लेकिन अभी भी जरूरत है. यहां की सड़कों के मरम्मत के लोगों ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक और सांसद को कई बार कहने के बावजूद भी जाकर हालात नहीं बदले हैं कुछ स्थितियों में परिवर्तन हुआ है लेकिन अभी और विकास जरूरी है.

पानी की समस्या पर नहीं दिया ध्यान
लोगों ने बताया कि यहां पर पानी की समस्या भी है.गर्मी में यह दिक्कत और भी ज्यादा बढ़ जाती है. दिल्ली जल बोर्ड को कई बार इस बाबत शिकायत भी दी है, लेकिन उनका कहना होता है कि पीछे से पानी नहीं आ रहा है. ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है.लोगों का कहना है कि पानी जैसी अमूल्य चीज अगर नहीं मिलेगी तो वह कैसे अपना जीवन यापन कर सकेंगे. इसलिए जरूरी है कि आगामी सरकार को और प्रतिनिधित्व करने वाले नेता को इस पर भी ध्यान देना चाहिए.

महिला सुरक्षा जरूरी
इस बाबत हमने कुछ महिलाओं से भी बातचीत की, उन्होंने बताया कि शाहपुर जट गांव में चेन स्नैचिंग और महिला सुरक्षा न होने के चलते महिलाओं को काफी परेशानी होती है. दिल्ली पुलिस भले ही बड़े-बड़े दावे करती हो लेकिन असलियत यह है कि शाहपुर जाट में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दिखावा होता है. इसलिए जरूरी है कि महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाए.


Conclusion:फिलहाल लोगों का कहना है कि शाहपुर जाट गांव में मोदी लहर है.लोग देश के विकास में साथ देना चाहते हैं इसलिए वह इस बार मोदी सरकार के पक्ष में है.हालांकि दिल्ली की बात की जाए तो यहां से सांसद मीनाक्षी लेखी ने कई काम किए हैं इसलिए हम बीजेपी का साथ निभाएंगे.
Last Updated : May 4, 2019, 3:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.