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'ऑफिस के वर्क प्रेशर ने महिला कर्मी की ली जान', मां के पत्र से हुआ खुलासा, नेताओं ने दी प्रतिक्रियाएं - work load - WORK LOAD

Pune Employee Death: महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक मल्टीनेशनल कंसल्टिंग फर्म की 26 वर्षीय कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई. इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कंपनी में शोषणकारी वर्क एनवायरनमेंट को लेकर उनके परिवार के आरोपों की जांच की मांग की है.

काम के तनाव कारण महिला कर्मी की मौत
काम के तनाव कारण महिला कर्मी की मौत (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 20, 2024, 1:21 PM IST

Updated : Sep 20, 2024, 7:20 PM IST

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक मल्टीनेशनल कंसल्टिंग फर्म की 26 वर्षीय कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई. मृतक की मां अनीता ऑगस्टीन का दावा है कि उसकी मौत अत्याधिक वर्कलोड के कारण हुई. इस बात का खुलासा अनीता ऑगस्टीन द्वारा कंपनी को लिखे एक पत्र से हुआ है.

कंपनी प्रमुख को लिखा गया यह दिल दहला देने वाला पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों में घटना को लेकर भारी आक्रोश फैल गया है. अनीता ऑगस्टीन ने बताया कि कैसे उनकी बेटी कथित तौर पर काम के प्रेशर में थी, जिसके कारण उसका हेल्थ प्रभावित हुआ और अंततः उसकी मृत्यु हो गई. उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी की ओर से कोई भी उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ.

मामले की जांच जारी
इस घटना को लेकर श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की गहन जांच चल रही है. करंदलाजे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत से बहुत दुखी हूं. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर शिकायत को अपने हाथ में ले लिया है."

राजीव चंद्रशेखर ने घटना को दुखद बताया
वहीं, भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर की एक पोस्ट में कहा कि महिला की मौत को बहुत दुखद और परेशान करने वाली है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कंपनी में शोषणकारी वर्क एनवायरनमेंट के उनके परिवार के आरोपों की भी जांच की मांग की.

क्या बोले अजित पवार?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि तनाव के कारण युवाओं की बढ़ती मौतों पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने ट्वीट किया कि मुझे उम्मीद है कि कंपनी सुधारात्मक कदम उठाएगी.

बता दें कि मार्च में कंपनी ज्वाइन करने वाली अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की 20 जुलाई को पुणे के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उन्हें थकावट की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यह घटना इस हफते की शुरुआत में तब प्रकाश में आई जब उनकी मां अनीता ऑगस्टीन ने भारत में कंपनी प्रमुख को पत्र लिखा.

इस दुखद घटना ने मॉर्डन वर्कप्लेस में क्रॉनिक बर्नआउट की बढ़ती चिंता को उजागर किया है. बता दें कि हाई टर्नओवर रेट और खराब वर्क-लाइफ बैलेंस वर्कप्लेस पर स्ट्रेस बढ़ाता है, जिससे बर्नआउट होता है. ऐसे वातावरण में कर्मचारी अक्सर अधिक काम और असमर्थता महसूस करते हैं.

यह भी पढ़ें- महिला वकील पर 'अभद्र' टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक मल्टीनेशनल कंसल्टिंग फर्म की 26 वर्षीय कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई. मृतक की मां अनीता ऑगस्टीन का दावा है कि उसकी मौत अत्याधिक वर्कलोड के कारण हुई. इस बात का खुलासा अनीता ऑगस्टीन द्वारा कंपनी को लिखे एक पत्र से हुआ है.

कंपनी प्रमुख को लिखा गया यह दिल दहला देने वाला पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों में घटना को लेकर भारी आक्रोश फैल गया है. अनीता ऑगस्टीन ने बताया कि कैसे उनकी बेटी कथित तौर पर काम के प्रेशर में थी, जिसके कारण उसका हेल्थ प्रभावित हुआ और अंततः उसकी मृत्यु हो गई. उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी की ओर से कोई भी उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ.

मामले की जांच जारी
इस घटना को लेकर श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की गहन जांच चल रही है. करंदलाजे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत से बहुत दुखी हूं. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर शिकायत को अपने हाथ में ले लिया है."

राजीव चंद्रशेखर ने घटना को दुखद बताया
वहीं, भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर की एक पोस्ट में कहा कि महिला की मौत को बहुत दुखद और परेशान करने वाली है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कंपनी में शोषणकारी वर्क एनवायरनमेंट के उनके परिवार के आरोपों की भी जांच की मांग की.

क्या बोले अजित पवार?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि तनाव के कारण युवाओं की बढ़ती मौतों पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने ट्वीट किया कि मुझे उम्मीद है कि कंपनी सुधारात्मक कदम उठाएगी.

बता दें कि मार्च में कंपनी ज्वाइन करने वाली अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की 20 जुलाई को पुणे के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उन्हें थकावट की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यह घटना इस हफते की शुरुआत में तब प्रकाश में आई जब उनकी मां अनीता ऑगस्टीन ने भारत में कंपनी प्रमुख को पत्र लिखा.

इस दुखद घटना ने मॉर्डन वर्कप्लेस में क्रॉनिक बर्नआउट की बढ़ती चिंता को उजागर किया है. बता दें कि हाई टर्नओवर रेट और खराब वर्क-लाइफ बैलेंस वर्कप्लेस पर स्ट्रेस बढ़ाता है, जिससे बर्नआउट होता है. ऐसे वातावरण में कर्मचारी अक्सर अधिक काम और असमर्थता महसूस करते हैं.

यह भी पढ़ें- महिला वकील पर 'अभद्र' टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

Last Updated : Sep 20, 2024, 7:20 PM IST
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