नई दिल्लीः साउथ वेस्ट दिल्ली के आरके पुरम थाने की पुलिस टीम ने लिफाफा गैंग के 8 सदस्यों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. ये आरोपी ज्यादातर 50 की उम्र वाले लोगों को टारगेट करते थे. अभी तक इस गैंग ने करीब 50 लोगों को अपना टारगेट बनाया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस 8 मामलें का खुलासा करने का दावा कर रही है. पुलिस ने आरोपी के पास से 3 कार, 8 मोबाइल, वॉकी टोकी फोन, 30 क्रेडिट कार्ड, 20 ATM कार्ड, 100 लिफाफा समेत कई अन्य चीजें बरामद किए हैं और आगे की पूछताछ जारी हैं.
साउथ वेस्ट के डीसीपी इंगत प्रताप सिंह ने बताया कि जैसे ही पीड़ित लिफाफा गैंग की कार में बैठता, तो बदमाशों द्वारा उसके हाथ में पकड़े हुए वॉकी टॉकी पर चल रहे मैसेज सुनाई देते, जिसमें किसी जगह चेकिंग तो किसी जगह एनकाउंटर होने की बात सुनाई देती. पुलिस के मुताबिक लगातार आ रहे मैसेज से पीड़ित को इन आरोपियों पर भरोसा हो जाता था और पीड़ित उनको पुलिस समझ लेता.
इसके बाद आरोपी लोगों को डराते हुए उनको उसका सामान एक लिफाफा में रखवा लेते थे. इसी बीच एक दूसरे को लिफाफा पकड़ाने से पहले वह उसे वह अपने पास पड़े लिफाफे से बदल देते थे, जिसमें सिर्फ रद्दी और प्लास्टिक होता था. जब पीड़ित यानी टारगेट गंतव्य स्थान पर पहुंचता और उसे खोलकर चेक करता तबतक आरोपी अपने कार में बैठ उससे कई किलोमीटर दूर जा चुके होते थे.
आरोपियों की उम्र 23 से 35 के बीच
लिफाफा गैंग के सभी आरोपी की उम्र 23 से लेकर 35 के बीच है और ये राजधानी दिल्ली के त्रिलोकपुरी के रहने वाले हैं. डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि लिफाफा गैंग का एक सदस्य पहले किसी भी बस स्टॉप पर पहुंच कर वहां खड़े राहगीर से घुलमिल जाता था और वारदात को अंजाम देता था.