ETV Bharat / state

गणतंत्र दिवस के मौके पर इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक से नवाजा गया

author img

By

Published : Jan 27, 2021, 3:53 PM IST

देशभर में कल गणतंत्र दिवस मनाया गया और इसी बीच साउथ दिल्ली के कोटला मुबारकपुर थाने के एसएचओ विनय त्यागी को पुलिस पदक से नवाजा गया. यह पुरस्कार उन्हें उनकी बहादुरी के लिए दिया गया.

Delhi Inspector conferred Police Medal on Republic Day
इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक से नवाजा गया. इंस्पेक्टर विनय त्यागी अपनी कार्यशैली के लिए दिल्ली पुलिस में एक अलग ही पहचान बनाए हुए हैं. वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जाने जाते हैं.

इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक

इसलिए पुलिस पदक से नवाजा गया

इंस्पेक्टर विनय त्यागी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वह दिल्ली के कई एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के हेड भी रह चुके हैं. उन्हें बहादुरी का यह पुरस्कार 25 जनवरी 2018 में जीटीबी अस्पताल के सामने से अगवा किए गए बच्चे को सकुशल बरामद करने और किडनैपिंग का पर्दाफाश करने के लिए दिया गया है.

जीटीबी अस्पताल के सामने से बच्चे को अगवा किया गया था

इंस्पेक्टर त्यागी ने बताया कि जीटीबी अस्पताल के सामने एक बस में से 4 साल के बच्चे को अगवा कर लिया था. वह अपनी बहन के साथ स्कूल जा रहा था. इस दौरान बस के ड्राइवर पर हमला कर लोगों ने बच्चे को किडनैप कर लिया था. इसके एवज में फिरौती मांगी गई थी.

काफी चुनौतीपूर्ण था किडनैपिंग का मामला

इंस्पेक्टर त्यागी ने बताया कि किडनैपिंग का यह मामला जीटीबी एनक्लेव पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया था. गणतंत्र दिवस से एक दिन पहने 25 जनवरी 2018 को बच्चा किडनैप हुआ था, तो हमारे लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण था. इसलिए यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया और क्राइम ब्रांच से इस मामले की जिम्मेदारी मुझे मिली.

इंस्पेक्टर त्यागी बताते हैं कि इस दौरान मैंने और अपनी टीम ने 30 जनवरी को इस केस को अपने हाथ में लिया और 5 फरवरी को किडनैपिंग का पर्दाफाश कर बच्चे को बरामद कर लिया. इसी दौरान हमारे एक कॉन्स्टेबल कुलदीप को गोली लगी और मुझे भी एक गोली लगी. इसी दौरान अपने अपने सेल्फ डिफेंस में एक आरोपी को गोली मार दी. जिसके बाद एक आरोपी पकड़ा गया और वह आज आरोपी सलाखों के पीछे है.

कई बड़े एनकाउंटर और मर्डर केस भी सुलझाए

उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बड़े एनकाउंटर और मर्डर केस को भी सुलझा चुके हैं. जब ईटीवी भारत ने उनसे पूछा कि आपको इस तरीके के एनकाउंटर से डर नहीं लगता तो उनका साफ कहना था कि मैं पुलिस में डर के लिए भर्ती नहीं हुआ. मैं अपना हंड्रेड परसेंट पुलिस में देना चाहता हूं. इसके लिए मेरे परिवार से भी मुझे हर सपोर्ट मिलता है. मेरे परिवार से इस बारे में मुझसे कोई कुछ नहीं कहता.

मैं बेझिझक, बिना डरे हुए अपना काम करता हूं. अपनी सेवा दिल्ली पुलिस के लिए देने में सदैव तत्पर रहता हूं.

विनय त्यागी, इंस्पेक्टर

ये भी पढ़ें:-लाल किले से सामने आया दिल दहलाने वाला वीडियो, पुलिसकर्मियों ने कूदकर बचाई जान

इंस्पेक्टर त्यागी को 300 से ज्यादा अवार्ड भी मिल चुके हैं. जो डीसीपी और कमिश्नर ऑफ पुलिस ने दिए हैं.

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक से नवाजा गया. इंस्पेक्टर विनय त्यागी अपनी कार्यशैली के लिए दिल्ली पुलिस में एक अलग ही पहचान बनाए हुए हैं. वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जाने जाते हैं.

इंस्पेक्टर विनय त्यागी को पुलिस पदक

इसलिए पुलिस पदक से नवाजा गया

इंस्पेक्टर विनय त्यागी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वह दिल्ली के कई एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के हेड भी रह चुके हैं. उन्हें बहादुरी का यह पुरस्कार 25 जनवरी 2018 में जीटीबी अस्पताल के सामने से अगवा किए गए बच्चे को सकुशल बरामद करने और किडनैपिंग का पर्दाफाश करने के लिए दिया गया है.

जीटीबी अस्पताल के सामने से बच्चे को अगवा किया गया था

इंस्पेक्टर त्यागी ने बताया कि जीटीबी अस्पताल के सामने एक बस में से 4 साल के बच्चे को अगवा कर लिया था. वह अपनी बहन के साथ स्कूल जा रहा था. इस दौरान बस के ड्राइवर पर हमला कर लोगों ने बच्चे को किडनैप कर लिया था. इसके एवज में फिरौती मांगी गई थी.

काफी चुनौतीपूर्ण था किडनैपिंग का मामला

इंस्पेक्टर त्यागी ने बताया कि किडनैपिंग का यह मामला जीटीबी एनक्लेव पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया था. गणतंत्र दिवस से एक दिन पहने 25 जनवरी 2018 को बच्चा किडनैप हुआ था, तो हमारे लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण था. इसलिए यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया और क्राइम ब्रांच से इस मामले की जिम्मेदारी मुझे मिली.

इंस्पेक्टर त्यागी बताते हैं कि इस दौरान मैंने और अपनी टीम ने 30 जनवरी को इस केस को अपने हाथ में लिया और 5 फरवरी को किडनैपिंग का पर्दाफाश कर बच्चे को बरामद कर लिया. इसी दौरान हमारे एक कॉन्स्टेबल कुलदीप को गोली लगी और मुझे भी एक गोली लगी. इसी दौरान अपने अपने सेल्फ डिफेंस में एक आरोपी को गोली मार दी. जिसके बाद एक आरोपी पकड़ा गया और वह आज आरोपी सलाखों के पीछे है.

कई बड़े एनकाउंटर और मर्डर केस भी सुलझाए

उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बड़े एनकाउंटर और मर्डर केस को भी सुलझा चुके हैं. जब ईटीवी भारत ने उनसे पूछा कि आपको इस तरीके के एनकाउंटर से डर नहीं लगता तो उनका साफ कहना था कि मैं पुलिस में डर के लिए भर्ती नहीं हुआ. मैं अपना हंड्रेड परसेंट पुलिस में देना चाहता हूं. इसके लिए मेरे परिवार से भी मुझे हर सपोर्ट मिलता है. मेरे परिवार से इस बारे में मुझसे कोई कुछ नहीं कहता.

मैं बेझिझक, बिना डरे हुए अपना काम करता हूं. अपनी सेवा दिल्ली पुलिस के लिए देने में सदैव तत्पर रहता हूं.

विनय त्यागी, इंस्पेक्टर

ये भी पढ़ें:-लाल किले से सामने आया दिल दहलाने वाला वीडियो, पुलिसकर्मियों ने कूदकर बचाई जान

इंस्पेक्टर त्यागी को 300 से ज्यादा अवार्ड भी मिल चुके हैं. जो डीसीपी और कमिश्नर ऑफ पुलिस ने दिए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.