नई दिल्ली: दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग की तरफ से दिल्ली हाट में दिवाली महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें डीसीपीसीआर के चेयरमैन रमेश नेगी समेत तमाम सदस्यों ने हिस्सा लिया.
इस दौरान डीसीपीसीआर की तरफ से उन तमाम बच्चों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने डीसीपीसीआर के अंतर्गत आने वाले एनजीओ और संस्थाओं में रहकर स्कूली शिक्षा अच्छे नंबरों से पास की और आज अच्छे कॉलेजों में पढ़ रहे हैं.
103 संस्थाएं कर रही देखरेख
डीसीपीसीआर की मेंबर रीता सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि अभी डीसीपीसीआर के अंतर्गत करीब 103 संस्थाएं हैं. जो 18 साल तक के बच्चों को सही दिशा में ले जाने के लिए काम कर रही हैं. जो बच्चे किसी ना किसी कारण से भटक जाते हैं, या कई बार भीख मांगते पाए जाते हैं, बाल मजदूरी करते हैं, उन बच्चों को इन एनजीओ में रखा जाता है. जिसके बाद ये अपने भविष्य के लिए मेहनत कर पाते हैं.
बच्चों को किया गया सम्मानित
रीता सिंह ने बताया कि आज इन 103 एनजीओ में से करीब 20 एनजीओ के बच्चों को सम्मानित किया गया. जिन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान अच्छे नंबर लाकर कॉलेजों में दाखिला लिया है.
'समाज में जागरूकता की कमी'
इसके अलावा डीसीपीसीआर की मेंबर ज्योति दुहान राठी से भी हमने बात की. जिन्होंने बताया कि समाज में अभी भी जागरूकता की कमी है. अधिकतर बच्चों को और लोगों को ये नहीं पता है कि आखिरकार बच्चों के अधिकार क्या हैं. जिसके लिए दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग लगातार प्रयास कर रहा है और हर बच्चे तक उसके अधिकार पहुंचाने की कोशिशों में लगा हुआ है.
एनजीओ में रहकर पूरी की शिक्षा
इसके साथ ही हमने इस दौरान सम्मानित किए गए बच्चों से भी बात की. जिसमें से 12वीं में 97 फीसदी नंबर लाकर मीरांडा हाउस कॉलेज में पढ़ने वाली, आसमां ने बताया कि वो जागृति गर्ल्स चाइल्ड होम में रही हैं. उन्होंने कड़ी मेहनत कर अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर आज दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया है. इसके अलावा नाज फाउंडेशन से निकिता बताती हैं कि उन्होंने भी अपनी 12वीं की पढ़ाई कड़ी मेहनत से की और आज वो दिल्ली विश्वविद्यालय के माता सुंदरी कॉलेज में पढ़ रही हैं.