नई दिल्ली: नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अलीगंज गांव के लोग इन दिनों बीजेपी सांसद एवं केंद्रीय मंत्री से काफी नाराज हैं. रविवार को गांव के लोगों ने एकजुट होकर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और स्थानीय निगम पार्षद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि क्षेत्र में सांसद ने कोई विकास का काम नहीं किया है.
मामला अलीगंज गांव और सेवा नगर का है जहां पर सीपीडब्ल्यूडी की तरफ से कई सालों से बनी रेहड़ी-पटरियों को हटा दिया गया था और पक्की दुकानों को तोड़ दिया गया था. उन्हीं रेहड़ी-पटरी वालों को अब रातों-रात एमसीडी ने शिफ्ट करने के लिए फुटपाथ पर दुकानों की नंबरिंग कर दी है. करीब 70 नंबर तक दोनों तरफ फुटपाथ पर नंबर डाल दिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि यहां पर रेहड़ी-पटरी वालों को शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन गांव के लोगों का आरोप है कि अगर पैदल चलने वाले फुटपाथ पर दुकानों को लगवा दिया जाएगा तो फिर गांव के लोग पैदल कहां चलेंगे. उनका कहना है कि छोटा रोड है अगर फुटपाथ पर दुकान लगेगा तो सामान रोड पर आएगा और जब ग्राहक दुकान के पास रुका तो जाहिर सी बात है कि सड़क पर ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होगी. विकास के नाम पर गांव के लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ नेताओं की मिलीभगत से फुटपाथ पर अवैध तरीके से दुकानें बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं. पूरा गांव इसके लिए एक साथ है. उनका कहना है कि विकास के नाम पर हमें बेवकूफ बनाकर हमसे हमारा हक छीना जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पहले तो सीपीडब्ल्यूडी के द्वारा गांव के रास्ते को बंद कर दिया गया, जिससे छोटे-छोटे बच्चों को लंबे रास्ते से स्कूल जाना पड़ता है. उन्होंने मीनाक्षी लेखी पर आरोप लगाया कि वह कभी आकर यहां की समस्याओं के बारे में जानने की कोशिश नहीं की. वह सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आती हैं. हमने उन्हें जिताया लेकिन हमारी ही मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
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