नई दिल्ली: एम्स दिल्ली के न्यू राजुकमारी अमृत कौर ओपीडी में इलाज कराने आने वाले मरीजों को सस्ते दामों में दवा और इंप्लाट्स उपलब्ध कराने के लिए सोमवार को डायरेक्टर प्रो. एम श्रीनिवास की उपस्थिति में एक छोटे बालक ने अमृत फार्मेसी का उद्घाटन किया. यहां मरीजों को दवाइयों पर 60 प्रतिशत तक छूट मिलेगी. साथ ही ऑर्थोपेडिक एवं अन्य इंप्लाट्ंस भी सस्ते में मरीज खरीद सकते हैं.
उद्घाटन के अवसर पर यहां की अव्यवस्थाओं को देखकर प्रो. एम श्रीनिवास ने नारजगी जाहिर की. उन्होंने फार्मेसी के ऑनर से पूछा क्या इंप्लाट्ंस यहां उपलब्ध है? जैसे ही उन्हें जवाब मिला अभी नहीं, तो वह नाराज हो गए और कहा यदि एक सप्ताह में इंप्लाट्स फार्मेसी में उपलब्ध नहीं हुआ तो वह इसका लाइसेंस रद्द कर देंगे. इसके अलावा वह फार्मेसी में दवाओं के रख-रखाव को लेकर भी खुश नहीं दिखे.
फार्मेसी में एक्सपायरी दवाइयों को लेकर भी उन्होंने फार्मेसी संचालक को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि जो दवाई एक्सपायर हो गई है, उसे फार्मेसी में रखना ही नहीं चाहिए. उसे हटा देना चाहिए. गलती से मरीज के हाथ आने पर उसका दुष्प्रभाव हो सकता है. इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा ? मरीजों के बैठने की जगह पर पंखे और कूलर और ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं होने से भी डायरेक्टर नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि यहां सेवा नहीं करेंगे तो देश की सेवा क्या करेंगे ? सबसे ज्यादा जरूरतमंद मरीज तो यहीं आते हैं. नो प्रॉफिट नो लॉस की शर्त पर आपको यहां जगह दी गई है. इसलिए इसकी परवाह करो.
मीडिया सेल इंचार्ज डॉ. निरूपम मदान ने बताया कि एम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों को सस्ती और प्रभावी दवाइयां एम्स परिसर में ही उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 2015 में पहला अमृत फार्मेसी खोला गया था. न्यू राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी बनने के बाद यहां भी इसी प्रकार की एक और फार्मेसी खोली गई है. यहां मरीजों को 1500 प्रकार की दवाइयां 13 काउंटर्स पर मिलेगी. यह फार्मेसी 24 घंटे खुली रहेगी. यहां ओपीडी में 18 विभाग हैं. यहां सभी मरीजों के लिए दवाइयां और इंप्लाट्स उपलब्ध होंगे. जिन दवाइयों की उपलब्धता नहीं होगी तो इसके लिए उन्हें समय- समय पर आगाह भी किया जाएगा.
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