नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA), नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) को लेकर जहां राजधानी दिल्ली में हिंसक झड़प देखने को मिली तो वहीं दूसरी ओर जीटीबी अस्पताल में घायलों को अब तक तीन हजार यूनिट ब्लड चढ़ाया जा चुका है. घायलों का उपचार और रक्त की जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों ने खुद मिलकर अलग-अलग अस्पतालों से कॉर्डिनेट कर व्यवस्था की.
वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर जुताई जानकारी
आपको बता दें कि जीटीबी अस्पताल में करीब 200 से ज्यादा घायलों को भर्ती कराया गया और ऐसे में एक के बाद एक पहुंचे घायलों को तुरंत रक्त की जरूरत थी. इसलिए जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मिलकर एक व्हाट्सएप ग्रुप क्रिएट किया जिसमें अन्य अस्पतालों के डॉक्टर को भी जोड़ा गया. अहम बात यह है कि अभी तक घायलों को तीन हजार यूनिट ब्लड चढ़ाया जा चुका है.
हिंसा को रोकने के लिए ड्यूटी फिर रक्त दान
अहम बात यह है कि हिंसक झड़प में जहां पुलिस के जवानों की ड्यूटी हिंसा ग्रस्त इलाकों में लगाई गई तो वही जवानों ने घायलों को रक्त देकर एक बड़ी मिसाल पेश की. आपको बता दें कि जीटीबी अस्पताल में जैसे-जैसे घायल पहुंच रहे थे और ऐसे में घायलों को रक्त की विशेष जरूरत थी, ऐसे में जवानों ने घायलों के उपचार के लिए रख दिया और करीब 70 जवानों ने ब्लड डोनेट किया.
फिलहाल जीटीबी अस्पताल में लगातार घायलों को उपचार दिया जा रहा है, तो वहीं डॉक्टरों की टीम उन्हें बेहतर ट्रीटमेंट दे रही है.