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कहानी उस राम्या की, जिसे पति ने घर से निकाल बोला- तलाक, तलाक, तलाक - ट्रिपल तलाक

नया तीन तलाक मामला दिल्ली से सामने आया है. डीयू से पढ़ी राम्या को पति ने तीन तलाक दिया था. राम्या ने ट्रिपल तलाक कानून के तहत पति को गिरफ्तार करावा दिया है.

दिल्ली से ट्रिपल तलाक का नया मामला etv bharat
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Published : Aug 10, 2019, 9:29 PM IST

नई दिल्ली: डीयू से पढ़ी राम्या को बीते 23 जून को जब पति ने तलाक दिया तो उसकी जिंदगी में तूफान आ गया. छह साल के बेटे के साथ उसे घर से निकाल दिया गया. मेहर तक नहीं दी गई.
अपने जीवन से निराश राम्या को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. उसका और उसके बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. लेकिन 30 जुलाई को संसद से ट्रिपल तलाक को मंजूरी मिलते ही उसे उम्मीद की किरण मिल गई. राम्या ने पुलिस में शिकायत कर अपने पति को इस नए कानून के तहत गिरफ्तार करवा दिया है.

दिल्ली से ट्रिपल तलाक का नया मामला


दहेज के लिए करता था अत्याचार
पुलिस को दी गई शिकायत में राम्या ने बताया है कि नवंबर 2011 में उसकी शादी आतिर से हुई थी. साल 2013 में राम्या ने एक बेटे को जन्म दिया. शादी के बाद से ही दहेज के लिए उस पर अत्याचार किये जाते थे. वह यह सोचकर ससुराल वालों के अत्याचार झेलती रही कि शायद समय के साथ सब ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. हालात और बिगड़ते चले गए.

तीन तलाक देकर निकाला घर से बाहर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बीते 23 जून को पति आतिर को उसके परिजन कमरे में लेकर आये. उन्होंने कहा कि इसे तीन तलाक दो. परिजनों के कहने पर आतिर ने उसे तीन तलाक दे दिया और घर से निकलने को कहा. वह राम्या को बेटे को भी साथ नहीं ले जाने दे रहे थे. किसी तरह वह बेटे को साथ लेकर वहां से निकल गई. वह जब वजीराबाद स्थित अपने मायके पहुंची तो वहां ताला लटका हुआ था. उसके परिजन विदेश गए हुए थे. उसे दो दिन तक रिश्तेदार के घर रहना पड़ा. दो दिन बाद व्हाट्सएप पर फतवा भेजकर आतिर ने कहा कि तलाक पूरा हो गया और राम्या अब उसके साथ नहीं रह सकती.

एक महीने से घुट- घुटकर जीने को थी मजबूर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इस तलाक से उसका जीवन बर्बाद होता नजर आ रहा था. पति ने उसे मेहर तक नहीं दी. लेकिन वह अपने पति के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही थी. उसे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. वह एक महीने से घुट-घुटकर जी रही थी क्योंकि उसे तलाक देने वाला चैन से सो रहा था.

मोदी के ट्रिपल तलाक कानून से जगी उम्मीद
ऐसे में बीते 30 जुलाई को जब ट्रिपल तलाक बिल पास हुआ तो उसे उम्मीद की एक किरण दिखी. ट्रिपल तलाक बिल पास होने से नया कानून बना जिसके अनुसार वह अपने पति को सबक सिखा सकती थी. इस कानून की मदद से वह बाड़ा हिन्दू राव थाने जा पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई. बनाये गए नए कानून के तहत पति की गिरफ्तारी हो गई है. अब राम्या को इस बात का सुकून है कि उसका गुनाहगार जेल जा रहा है.

नई दिल्ली: डीयू से पढ़ी राम्या को बीते 23 जून को जब पति ने तलाक दिया तो उसकी जिंदगी में तूफान आ गया. छह साल के बेटे के साथ उसे घर से निकाल दिया गया. मेहर तक नहीं दी गई.
अपने जीवन से निराश राम्या को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. उसका और उसके बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. लेकिन 30 जुलाई को संसद से ट्रिपल तलाक को मंजूरी मिलते ही उसे उम्मीद की किरण मिल गई. राम्या ने पुलिस में शिकायत कर अपने पति को इस नए कानून के तहत गिरफ्तार करवा दिया है.

दिल्ली से ट्रिपल तलाक का नया मामला


दहेज के लिए करता था अत्याचार
पुलिस को दी गई शिकायत में राम्या ने बताया है कि नवंबर 2011 में उसकी शादी आतिर से हुई थी. साल 2013 में राम्या ने एक बेटे को जन्म दिया. शादी के बाद से ही दहेज के लिए उस पर अत्याचार किये जाते थे. वह यह सोचकर ससुराल वालों के अत्याचार झेलती रही कि शायद समय के साथ सब ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. हालात और बिगड़ते चले गए.

तीन तलाक देकर निकाला घर से बाहर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बीते 23 जून को पति आतिर को उसके परिजन कमरे में लेकर आये. उन्होंने कहा कि इसे तीन तलाक दो. परिजनों के कहने पर आतिर ने उसे तीन तलाक दे दिया और घर से निकलने को कहा. वह राम्या को बेटे को भी साथ नहीं ले जाने दे रहे थे. किसी तरह वह बेटे को साथ लेकर वहां से निकल गई. वह जब वजीराबाद स्थित अपने मायके पहुंची तो वहां ताला लटका हुआ था. उसके परिजन विदेश गए हुए थे. उसे दो दिन तक रिश्तेदार के घर रहना पड़ा. दो दिन बाद व्हाट्सएप पर फतवा भेजकर आतिर ने कहा कि तलाक पूरा हो गया और राम्या अब उसके साथ नहीं रह सकती.

एक महीने से घुट- घुटकर जीने को थी मजबूर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इस तलाक से उसका जीवन बर्बाद होता नजर आ रहा था. पति ने उसे मेहर तक नहीं दी. लेकिन वह अपने पति के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही थी. उसे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. वह एक महीने से घुट-घुटकर जी रही थी क्योंकि उसे तलाक देने वाला चैन से सो रहा था.

मोदी के ट्रिपल तलाक कानून से जगी उम्मीद
ऐसे में बीते 30 जुलाई को जब ट्रिपल तलाक बिल पास हुआ तो उसे उम्मीद की एक किरण दिखी. ट्रिपल तलाक बिल पास होने से नया कानून बना जिसके अनुसार वह अपने पति को सबक सिखा सकती थी. इस कानून की मदद से वह बाड़ा हिन्दू राव थाने जा पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई. बनाये गए नए कानून के तहत पति की गिरफ्तारी हो गई है. अब राम्या को इस बात का सुकून है कि उसका गुनाहगार जेल जा रहा है.

Intro:नई दिल्ली
डीयू से पढ़ी राम्या को बीते 23-जून को जब पति ने तलाक दिया तो उसकी जिंदगी में तूफान आ गया. छह साल के बेटे के साथ उसे घर से निकाल दिया गया. मेहर तक नहीं दी गई. अपने जीवन से निराश राम्या को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. उसका एवं बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. लेकिन 30 जुलाई को संसद से ट्रिपल तलाक को मंजूरी मिलते ही उसे उम्मीद की किरण मिल गई. उसने पुलिस में शिकायत कर अपने पति को इस नए कानून के तहत गिरफ्तार करवा दिया.


Body:पुलिस को दी गई शिकायत में राम्या ने बताया है कि नवंबर 2011 में उसकी शादी आतिर से हुई थी. वर्ष 2013 में उसने एक बेटे को जन्म दिया. शादी के बाद से ही दहेज के लिए उस पर अत्याचार किये जाते थे. वह यह सोचकर ससुराल वालों के अत्याचार झेलती रही कि शायद समय के साथ सब ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे थे.


एक साथ तीन तलाक देकर निकाला घर से बाहर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बीते 23 जून को पति आतिर को उसके परिजन कमरे में लेकर आये. उन्होंने कहा कि इसे तीन तलाक दो. परिजनों के कहने पर आतिर ने उसे तीन तलाक दे दिया और घर से निकलने को कहा. वह उसे बेटे को भी साथ नहीं ले जाने से रहे थे. किसी तरह वह बेटे को साथ लेकर वहां से निकल गई. वह जब वजीराबाद स्थित अपने मायके पहुंची तो वहां ताला लटका हुआ था. उसके परिजन विदेश गए हुए थे. उसे दो दिन तक रिश्तेदार के घर रहना पड़ा. दो दिन बाद व्हाट्सएप पर फतवा भेजकर आतिर ने कहा कि तलाक पूरा हो गया और राम्या अब उसके साथ नहीं रह सकती.



एक महीने से घुट- घुटकर जीने को थी मजबूर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इस तलाक से उसका जीवन बर्बाद होता नजर आ रहा था. पति ने उसे मेहर तक नहीं दी. लेकिन वह अपने पति के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही थी. उसे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था. बेटे का भविष्य अंधकारमय दिख रहा था. वह एक महीने से घुट-घुटकर जी रही थी क्योंकि उसे तलाक देने वाला चैन से सो रहा था.






Conclusion:मोदी के ट्रिपल तलाक कानून से जगी उम्मीद
ऐसे में बीते 30 जुलाई को जब ट्रिपल तलाक बिल पास हुआ तो उसे उम्मीद की एक किरण दिखी. ट्रिपल तलाक बिल पास होने से नया कानून बना जिसके अनुसार वह अपने पति को सबक सिखा सकती थी. इस कानून की मदद से वह बाड़ा हिन्दू राव थाने जा पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई. बनाये गए नए कानून के तहत पति की गिरफ्तारी हो गई है. अब राम्या को इस बात का सुकून है कि उसका गुनाहगार जेल जा रहा है.
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