नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद किए गए लॉकडाउन के चलते निजामुद्दीन मरकज से निकली इंडोनेशिया नागरिकों की एक जमात सीलमपुर जामा मस्जिद में भी फंस गई थी. उस दौरान लॉकडाउन था, ऐसे में जमात का कोई भी सदस्य मस्जिद से बाहर नहीं निकला और मस्जिद बंद होने की वजह से बाहर से भी कोई मस्जिद में नहीं गया. फिलहाल जामा मस्जिद से विदेशियों की इस जमात को खजूरी सीआरपीएफ कैंप में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है.
लॉकडाउन के बाद निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से करीब एक दर्जन इंडोनेशिया के नागरिकों की जमात सीलमपुर की जामा मस्जिद में पहुंची थी. उसी दिन प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, जिसके बाद ये जमात मस्जिद से बाहर नहीं निकली.
'जमात के लिए थे अलग से इंतजाम'
सीलमपुर जामा मस्जिद कमेटी के जिम्मेदार ने बताया कि मस्जिद में जमात के लिए अलग से इंतजाम हैं. जमात में विदेशी सदस्य शामिल थे, ऐसे में इनको मस्जिद के अलग बने हिस्से में रखा गया था. लॉकडाउन की वजह से मस्जिद को भी बंद किया गया था और स्थानीय नागरिक नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में नहीं जा रहे थे.
उनका कहना है कि जमात के ये साथी किसी भी स्थानीय निवासी के संपर्क में नहीं थे. ये लगातार मस्जिद में ही रुके थे और अपनी एंबेसी के अफसरों के संपर्क में थे.
'पुलिस को दी जा रही थी जानकारी'
मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों के मुताबिक इस विदेशी जमात के बारे में लगातार सीलमपुर पुलिस को जानकारी दी जा रही थी. मस्जिद में ठहरी जमात के सदस्य लगातार अपनी एंबेसी के संपर्क में थे. बीती रात कुछ डॉक्टरों की टीम स्थानीय पुलिस के साथ सीलमपुर पहुंची. उन्हें खजूरी में बनाये गए आइसोलेशन सेंटर में ले जाया गया है.
बताया जा रहा है कि जमात में शामिल इन विदेशी नागरिकों को एंबेसी से बाकायदा फिटनेस संबंधी सर्टिफिकेट भी जारी किया गया है. जिसके बाद ही उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है.