नई दिल्ली: दिल्ली में इस बार प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है. इसके लिए सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है, लेकिन इस युद्ध में सरकार अपने फेवरेट हथियार ऑड-ईवन का इस्तेमाल नहीं करेगी.
ऑड ईवन की संभावना कम
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के विरुद्ध जिस युद्ध का शंखनाद किया है, उसमें ऑड-ईवन के इस्तेमाल की संभावना काफी कम है. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल का कहना है कि कोरोना के मद्देनजर सार्वजनिक परिवहन में भी यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है. इससे लोगों को पहले से ही कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ऑड ईवन से लोगों की परेशानियां ज्यादा बढ़ जाएंगी. इसलिए इस बार ऑड-ईवन लागू करने की संभावना कम ही दिखती है.
प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद
दिल्ली में मंगलवार को वायु प्रदूषण सूचकांक 192 तक जा पहुंचा है. लेकिन इसके बाद भी विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इस बार प्रदूषण पिछले वर्षों के मुकाबले कम रहेगा. उनका मानना है कि हरियाणा और पंजाब में फसल अवशेष जलाने के मामलों में पिछले साल ही गिरावट आई थी, जो इस बार और कम हो सकती है. इसका दिल्ली की हवा पर काफी असर पड़ेगा.