नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदेश सरकार और नगर निगम के बीच पिछले करीब दो महीने से चल रही आरोप-प्रत्यारोप की नूराकुश्ती के मद्देनजर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी और भाजपा को आड़े हाथों लिया. प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने बयान जारी कर दिल्ली विधानसभा और एमसीडी को भंग करने की मांग तक कर दी है.
कांग्रेस से 5200 करोड़ रुपए कम दे रही है AAP
चौधरी अनिल कुमार का कहना है कि भाजपा और आप एक दूसरे पर हजारों करोड़ के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन सच कोई नहीं बता रहा है. उनका कहना है केजरीवाल सरकार तो शीला दीक्षित सरकार से भी करीब 5200 करोड़ रुपए कम दे रही है. वहीं अगर पांचवें वित्त आयोग के सिफारिश की बात करें तो करीब 7 हजार करोड़ रुपए कम दिया जा रहा है. यही वजह है कि आज निगम विकास के कार्यों के साथ ही सैलरी संकट से भी जूझ रही है.
केजरीवाल पर साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष ने केजरीवाल सरकार पर दिल्ली को कोरोना कैपिटल बनाने का भी आरोप लगाया. उनका आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने जनता गंदा पानी पीने को मजबुर है. पिछले सात साल में ना तो एक नया स्कूल बना और ना ही एक अस्पताल और तो और डीटीसी भी घाटे में जा रही है.
विधानसभा और निगम को एक साथ भंग करने की मांग
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने भाजपा पर निगम को फेल करने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि भाजपा ने निगम की आय को बढ़ाने भ्रष्टाचार के जरिए उस कंगाल कर दिया. यही वजह है आज दिल्ली में कूड़े का पहाड़ बन गया है. उन्होंने कहा कि विधानसभा और निगम को एक साथ भंग कर चुनाव कराया जाना चाहिए, जिससे चुनाव का खर्च भी बचेगा.