नई दिल्लीः अंगदान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रकल्प समदर्शी क्षमता विकास एवं अनुसंधन मंडल (सक्षम) ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. झिलमिल के विश्वकर्मा नगर स्थित शिशु भारती शिव मंदिर विद्यालय में हो रहे कार्यक्रम में लोगों को अंगदान के प्रति प्रेरित किया गया.
विकलांगता दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में कुछ बच्चों ने अपनी कला की प्रस्तुति देकर लोगों को उनकी परेशानियां समझाई और अंगदान के प्रति प्रेरित किया. इस दौरान एक ऐसे बच्चे ने प्रस्तुति दी, जिसे सुनाई ही नहीं देता है.
'2.21 प्रतिशत जनता दिव्यांग'
वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार देश में करीब 2.64 करोड़ लोग दिव्यंगता के शिकार हैं. इनमें करीब 1.5 करोड़ पुरुष हैं, तो करीब 1.18 करोड़ महिलाएं. वहीं अगर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अनुसार बात करें, तो शहरी क्षेत्र में करीब 81 लाख लोग दिव्यांग हैं, तो ग्रामीण क्षेत्र में दोगुने से भी ज्यादा 1.86 करोड़ दिव्यांग हैं.
नेत्रहीनता की बात करें, तो प्रतिवर्ष करीब 2 लाख लोग कार्निया दान का इंतजार कर रहे हैं, जबकि इसका करीब एक चौथाई ही नेत्रदान हो पा रहा है. भारत सरकार के अनुसार देश में कुल 21 तरह की विकलांगता है. पीड़ित लोगों के लिए आरएसएस का प्रकल्प सक्षम 7 प्रकोष्ठ बनाकर काम करता है.